टिकटों की VCA के पास कालाबाज़ारी। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: गुरुवार को भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज का पहला वनडे क्रिकेट मैच होने वाला है। इसी बीच मैच की टिकट पाने की होड़ में फैंस अधिक कीमत चुकाने को भी तैयार रहते हैं। इसे देखते हुए फिर एक बार क्रिकेट मैच के टिकटों की कालाबाज़ारी शुरू हो गई है।
सिविल लाइन्स स्थित विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम के बाहर टिकटों को बेचने की खबर आते ही सदर पुलिस ने 2 लोगों को रंगे हाथों पकड़ा। गिरफ्तार आरोपियों में मनोहर हेमनदास वंजानी उम्र 62, गांधीबाग निवासी और राहुल भाऊदास रामटेके उम्र 38, स्मृति लेआउट, दत्तवाड़ी निवासी हैं। पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
बता दें कि, रविवार 2 फरवरी को डिस्ट्रिक्ट बाय ज़ोमैटो के माध्यम से ऑनलाइन टिकट बिक्री शुरू की गई। प्रत्येक मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी से अधिकतम दो टिकट बुक करने की सुविधा थी। इसके बाद 3 से 5 फरवरी तक सिविल लाइन्स के वीसीए के बिलिमोरिया हॉल से यहां काउंटर विंडो से प्रशंसकों को टिकट दिया जा रहा है।
इसलिए वीसीए स्टेडियम के बाहर दो दिनों से प्रशंसकों की भारी भीड़ जमा हो रही है। इसका फायदा उठाकर कुछ लोग टिकटों की कालाबाज़ारी कर रहे हैं, इसे ध्यान में रखते हुए जोन 2 के पुलिस उपायुक्त राहुल मदने ने इलाके में भारी सुरक्षा तैनात कर दी। मंगलवार शाम करीब 4 बजे पुलिस पेट्रोलिंग दस्ता सदर थानेदार मनीष ठाकरे के नेतृत्व में पीएसआई संतोष शिरडोले, हवालदार मनोज सहारे, रवि भानसे, पूजा और अश्विनी क्षेत्र में गश्त कर रहे थे।
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तभी दस्ते को सूचना मिली कि, स्टेडियम के बाहर दो लोग ऊंचे दाम पर टिकट बेच रहे हैं। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने मनोहर और राहुल को टिकटों की कालाबाज़ारी करते रंगे हाथों धरदबोचा। दोनों के पास से कुल 5 टिकट जब्त किए गए। दोनों आरोपी 3 हजार रुपये की टिकटें 6 से 7 हजार रुपये में बेच रहे थे। इस प्रकार 800 रुपये का टिकट 2 हजार रुपये में बेचा जा रहा था।
टिकट कालाबाज़ारी करने वाले सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसलिए साइबर पुलिस द्वारा फेसबुक और इंस्टाग्राम पर नजर रखी जा रही है। डीसीपी लोहित मतानी ने कहा, टिकटों की कालाबाज़ारी अपराध है। यदि कोई ऐसा करते पाया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दिलचस्प बात यह है कि, अब टिकटों की कालाबाज़ारी के साथ-साथ धोखाधड़ी भी होने लगी है। कुछ लोगों ने नकली टिकट छपवाए हैं। सोशल मीडिया के जरिए नकली टिकट बेचने वाला कारोबार फलफूल रहा है। पुलिस ने नागरिकों से सतर्क रहने का आग्रह किया है। किसी भी अजनबी व्यक्ति से ऑनलाइन लेन-देन न करें। भुगतान लिंक के माध्यम से खाते से पैसा भी निकाला जा सकता है।