ट्रेन की चपेट में आकर मारे गए पूरन साहू और वीर सिंह (सोर्स-सोशल मीडिया)
दुर्ग: मोबाइल फोन आज कल बच्चों से लेकर बड़ों तक की आम जिंदगी का हिस्सा बन गया है। जिंदगी का अहम हिस्सा हो चुका यह मोबाइल फोने कितना ख़तरनाक हो सकता है इसकी बानगी रविवार को छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में देखने को मिली। यहां मोबाइल गेम में मशगूल दो बच्चों की मौत से इलाके में सनसनी फैल गई है।
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में रेलवे ट्रैक पर बैठकर मोबाइल फोन पर गेम खेल रहे दो लड़के ट्रेन की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई। इस दौरान ट्रेन के ड्राइवर ने हॉर्न भी बजाया, लेकिन दोनों लड़कों ने उसकी आवाज नहीं सुनी। इस घटना की जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना शनिवार शाम करीब सात बजे हुई, जब पद्मनाभपुर थाना क्षेत्र के रिसाली इलाके में 14 वर्षीय दोनों लड़के रेलवे ट्रैक पर बैठकर मोबाइल फोन पर गेम खेल रहे थे।
मृतकों की पहचान पूरन साहू और वीर सिंह के रूप में हुई है। वे भिलाई के रिसाली सेक्टर के रहने वाले थे। अधिकारी ने बताया कि दोनों मोबाइल पर गेम खेलने में इतने व्यस्त थे कि उन्हें दल्ली राजहरा-दुर्ग लोकल ट्रेन का हॉर्न भी सुनाई नहीं दिया। उन्होंने बताया कि दोनों ट्रेन की चपेट में आ गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने दोनों के शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं।
पुलिस के मुताबिक, मौके से एक साइकिल भी मिली है। जांच में पता चला है कि दोनों लोग अपनी साइकिल खड़ी करके रेलवे ट्रैक पर बैठकर वीडियो गेम खेल रहे थे। उन्हें ट्रेन आने का पता भी नहीं चला। रेलवे विभाग अक्सर रेलवे फाटक और रेलवे ट्रैक के पास लोगों के लिए चेतावनी लिखता है। लोगों को जागरूकता के जरिए रेलवे ट्रैक के पास न जाने की हिदायत भी दी जाती है।
इसके बावजूद लोग नहीं मानते। कुछ बच्चों को वीडियो गेम की इतनी लत होती है कि वे सबकुछ भूलकर उसमें खो जाते हैं। अगर ये दोनों बच्चे सावधान होते और रेलवे ट्रैक की बजाय कहीं और रहते तो उनकी जान बच सकती थी।
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