छत्तीसगढ़ की राजनीति में बड़ा उलटफेर (फोटो- सोशल मीडिया)
रायपुर: छत्तीसगढ़ की क्षेत्रीय राजनीति में बड़ा उलटफेर हुआ है। गरियाबंद जिले के देवभोग ब्लॉक से कांग्रेस को करारा झटका लगा है, जहां पार्टी से जुड़े 31 नेताओं ने एक साथ इस्तीफा देकर बीजेपी की सदस्यता ले ली। यह घटनाक्रम सियासी हलकों में हलचल मचा रहा है और इसे बीजेपी की रणनीतिक जीत के तौर पर देखा जा रहा है। लगातार बदलते समीकरणों के बीच देवभोग अब राजनीतिक रूप से बीजेपी की ओर झुकता दिख रहा है। इससे कांग्रेस के लिए आगामी समय में नई चुनौतियां खड़ी हो सकती हैं।
शनिवार को गरियाबंद स्थित बीजेपी के जिला कार्यालय में इन 31 नेताओं का विधिवत स्वागत किया गया। इनमें पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष, पूर्व जिला मंत्री और कई पूर्व सरपंच शामिल हैं, जो अब कांग्रेस से नाता तोड़ चुके हैं। इस बड़े दल-बदल को लेकर क्षेत्र में चर्चा तेज है। भाजपा ने इसे अपनी संगठनात्मक मजबूती का परिणाम बताया है, जबकि कांग्रेस खेमे में इस घटनाक्रम के बाद असमंजस का माहौल बना हुआ है।
बीजेपी ने देवभोग में दी कांग्रेस को बड़ी चुनौती
देवभोग में कांग्रेस से जुड़े जिन 31 नेताओं ने पार्टी छोड़ी है, वे लंबे समय से स्थानीय स्तर पर सक्रिय रहे हैं। इनका बीजेपी में शामिल होना उस वक्त खास मायने रखता है जब राज्य में राजनीतिक संतुलन तेजी से बदल रहा है। इससे बीजेपी को जमीनी स्तर पर सीधा फायदा मिलने की संभावना है। बीजेपी की ओर से इसे कांग्रेस मुक्त देवभोग की दिशा में एक ठोस कदम बताया गया है।
संगठनात्मक स्तर पर दिख रहा बीजेपी का असर
इस घटनाक्रम को लेकर सियासी गलियारों में चर्चा तेज है कि बीजेपी अब गरियाबंद जैसे क्षेत्रों में अपनी पकड़ और मजबूत कर रही है। लगातार हो रहे दल-बदल यह संकेत दे रहे हैं कि राज्य में पार्टी की रणनीति निचले स्तर तक असर दिखा रही है। अब देखना होगा कि इस बदलाव का आने वाले चुनावों में कितना प्रभाव पड़ता है।