Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़
  • वायरल
  • अन्य
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • करियर
    • धर्म
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • ICC Women’s Cricket World Cup |
  • Dussehra 2025 |
  • Shardiya Navratri |
  • Bihar Assembly Election 2025 |
  • Weather Update |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

कोटा बना कोचिंग हब से सुसाइड हब! अब तक इतने छात्रों ने की आत्महत्या

कोटा, जो कभी बच्चों के बड़े सपनों को साकार करने की जगह माना जाता था, अब धीरे-धीरे बच्चों के सपनों को तोड़ने वाली जगह बनता जा रहा है।

  • By शिवानी मिश्रा
Updated On: Jan 09, 2025 | 10:10 PM

कोटा (कांसेप्ट फोटो सौ. सोशल मीडिया)

Follow Us
Close
Follow Us:

नवभारत डेस्क: कोटा, जो कभी बच्चों के बड़े सपनों को साकार करने की जगह माना जाता था, अब धीरे-धीरे बच्चों के सपनों को तोड़ने वाली जगह बनता जा रहा है। पढ़ाई के दबाव और मानसिक तनाव के चलते यहां छात्रों की आत्महत्या के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।

पिछले 24 घंटे में दो मौतें
मध्य प्रदेश के गुना से आए अभिषेक ने मई 2024 में कोटा के एक कोचिंग सेंटर में एडमिशन लिया था। उन्होंने अपने कमरे में पंखे से लटककर जान दे दी। इससे पहले हरियाणा के नीरज भी जेईई की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने भी अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

करियर से जुड़ी ख़बरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

डराने वाले हैं आंकड़े

2023 में 25 छात्रों ने अपनी जान दी थी, और 2024 में ये आंकड़ा और बढ़ गया है। कोटा अब “सपनों की जगह” से “सुसाइड हब” के नाम से जाना जाने लगा है।

– पढ़ाई का भारी दबाव
– परिवार की ऊंची उम्मीदें
– अकेलापन और इमोशनल सपोर्ट की कमी

कोचिंग संस्थान और प्रशासन ने काउंसलिंग सेवाएं शुरू की हैं, लेकिन अब भी इन प्रयासों में सुधार की जरूरत है। बता दें कि छात्रों को पढ़ाई के साथ मानसिक शांति और इमोशनल सपोर्ट मिले, तभी यह घटनाएं रुक सकती हैं। कोटा को बच्चों के सपनों का शहर बने रहने के लिए बदलाव जरूरी है।

इसके साथ ही ये भी सच है कि हाल के दशकों में देश के आर्थिक, सामाजिक व अन्य क्षेत्रों में ढांचागत एवं नीतिगत स्तर पर काफी प्रगति हई है। इसके फलस्वरुप देश की विकास दर तेजी से बढ़ी है। इस बढ़ती विकास दर ने अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी सुधारों को गति प्रदान की है, लेकिन इन परिवर्तनों ने हमारी शिक्षा व्यवस्था की मूल समस्याओं को दूर नहीं किया है।

Kota has changed from a coaching hub to a suicide hub so many students have committed suicide so far

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Jan 09, 2025 | 10:10 PM

Topics:  

  • Better Education

सम्बंधित ख़बरें

1

इंजीनियरिंग में लड़कियों की बढ़ी हिस्सेदारी, गत वर्ष की तुलना में 2 फीसदी ज्यादा प्रवेश

2

13609 दादा-दादी देंगे परीक्षा, शिक्षा विभाग तैयार, रविवार को वरिष्ठों का होगा इम्तिहान

3

संपादकीय: उच्च शिक्षा क्षेत्र में, महाराष्ट्र पीछे क्यों

4

‘एनसीआरटी’ की शिक्षा नीति: अभिभावकों और शिक्षकों को रुझान जानने में होगी मदद

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.