जोमैटो (सौजन्य : सोशल मीडिया)
मुंबई: ऑनलाइन ऑर्डर लेकर खाना पहुंचाने वाली कंपनी जोमैटो के दिसंबर तिमाही के एकीकृत शुद्ध मुनाफे में 57.2 प्रतिशत की कमी के बाद मंगलवार को कंपनी के शेयरों में 11 प्रतिशत की गिरावट आई। कंपनी का शेयर बीएसई में 10.92 प्रतिशत गिरकर 214.65 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ। कंपनी का बाजार पूंजीकरण (एमकैप) 25,380.41 करोड़ रुपये घटकर 2,07,144.78 करोड़ रुपये रह गया। एनएसई में जोमैटो के शेयर 10.16 प्रतिशत गिरकर 215.40 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए। मात्रा के लिहाज से एनएसई पर जोमैटो के 30.82 करोड़ इक्विटी शेयरों का कारोबार हुआ और बीएसई पर 1.76 करोड़ शेयरों का आदान-प्रदान हुआ।
इस बीच, स्विगी का शेयर भी आठ प्रतिशत से अधिक टूट गया। स्विगी का शेयर बीएसई में 8.08 प्रतिशत गिरकर 440.30 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का शेयर, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में 8.01 प्रतिशत गिरकर 440.80 रुपये पर बंद हुआ।
बता दें की फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो ने अक्टूबर-दिसंबर 2024 की तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। हालांकि, इस नतीजे के बाद से निवेशकों में काफी निराशा है। पिछली तिमाही के मुकाबले कंपनी के मुनाफे में 57 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। इसके बाद अब जोमैटो की नेटवर्थ सिर्फ ₹59 करोड़ रह गया। कंपनी की तिमाही नतीजे में इतनी भारी गिरावट के पीछे बढ़ता हुआ खर्च बताया जा रहा है, जो कि आय के मुकाबले तेज़ी से बढ़े हैं। जोमैटो के मुनाफे में भले ही गिरावट आई हो, लेकिन कंपनी का रेवेन्यू 64% बढ़ गया है।
यह बढ़त दिखाती है कि लोग खाना ऑर्डर करने में पीछे नहीं हट रहे हैं और जमकर इस प्लेटफॉर्म के जरिए ऑर्डर कर रहे हैं। अब सवाल उठता है मुनाफा क्यों घटा? इसका जवाब है ब्लिंकिट। तेज़ डिलीवरी प्लेटफॉर्म ब्लिंकिट के विस्तार पर ज़ोमैटो ने खूब खर्च किया है। कंपनी की योजना है कि दिसंबर 2025 तक ब्लिंकिट के 2,000 स्टोर्स खोल दिए जाएं।
बता दें कि सप्ताह के पहले कारोबारी दिन जोमैटो के शेयर बढ़त में थे, लेकिन कंपनी के तिमाही नतीतों के ऐलान के बाद भारी गिरावट में आ गए। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर जोमैटो का शेयर 4.6% टूटकर ₹237 पर ट्रेड कर रहा था। कमजोर मुनाफे और शेयर में गिरावट ने निवेशकों को हैरान कर दिया है। अब सभी की नजरें कंपनी के आगे के प्रदर्शन पर टिकी हैं।
चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही के दौरान कंपनी का ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू एक साल पहले के मुकाबले 64 फीसदी बढ़कर 5405 करोड़ रुपये रहा। पिछले वित्त वर्ष के दिसंबर तिमाही में यह 3288 करोड़ रुपये था। दिसंबर तिमाही के दौरान कंपनी का कुल खर्च सालाना आधार पर 63.5 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 5533 करोड़ रुपये दर्ज किया गया। एक साल पहले दिसंबर 2023 तिमाही में यह 3383 करोड़ रुपये था।
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अगर जोमैटो के शेयरों का प्रदर्शन देखें तो बीते एक हफ्ते में 6.08 फीसदी की तेजी आई है। इसने बीते एक महीने में 14.51 फीसदी निगेटिव रिटर्न दिया है। बीते 3 महीने में 6.39 फीसदी कमी आई है। इस साल 13.33 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। बीते एक साल में कंपनी ने फीसदी 1,836.33 फीसदी रिटर्न दिया है।