कैवल्य वोहरा और आदित पालिचा, (फाइस फोटो)
Zepto Founder Kaivalya Vohra And Aadit Palicha: हुरुन इंडिया और आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट की नई लिस्ट में युवा उद्यमियों का दबदबा साफ दिखा है। साल 2000 के बाद शुरू हुई भारत की 200 सबसे मूल्यवान कंपनियों की इस तीसरी एडिशन वाली लिस्ट में क्विक कॉमर्स स्टार्टअप जेप्टो (Zepto) के फाउंडर्स सबसे ज्यादा चर्चा में हैं। महज 22 साल के कैवल्य वोहरा और 23 साल के आदित पालिचा देश के सबसे कम उम्र के टॉप सेल्फ-मेड उद्यमी बनकर उभरे हैं।
जेप्टो की वैल्यूएशन करीब 52,400 करोड़ रुपये आंकी गई है, जिसने इसे भारत के सबसे तेजी से बढ़ते स्टार्टअप्स में शामिल कर दिया है। हुरुन की रिपोर्ट के मुताबिक, ये दोनों इस लिस्ट में पहले और दूसरे स्थान पर हैं।
कैवल्य वोहरा और आदित पालिचा की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है। कैवल्य वोहरा, जो सिर्फ 22 साल के हैं, Zepto के फाउंडर हैं और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस प्रोग्राम से ड्रॉपआउट रह चुके हैं। हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2025 के मुताबिक, उनकी नेटवर्थ करीब 4,480 करोड़ रुपये है। वोहरा ने पहली बार 19 साल की उम्र में हुरुन रिच लिस्ट में एंट्री की थी।
वहीं, आदित पालिचा, जो Zepto के को-फाउंडर और CEO हैं, वो भी मुंबई में जन्मे और स्टैनफोर्ड ड्रॉपआउट हैं। कोविड के दौरान दोनों ने महसूस किया कि भारत में किराने के सामान की तेज डिलीवरी की बड़ी जरूरत है और यहीं से Zepto की शुरुआत हुई।
शुरुआत में Zepto का नाम ‘Kiranakart’ था और डिलीवरी का वादा 45 मिनट का था। लेकिन बाद में कंपनी ने 10 मिनट डिलीवरी का मॉडल अपनाया, जिसने इसे बाजार में अलग पहचान दिलाई। तेजी से बदलती ई-कॉमर्स इंडस्ट्री में Zepto ने कम समय में बड़ा मुकाम हासिल किया। आज कंपनी देश के कई बड़े शहरों में अपनी सेवाएं दे रही है और युवा ग्राहकों के बीच काफी लोकप्रिय हो चुकी है। यही वजह है कि इतनी कम उम्र में इसके फाउंडर्स भारत के टॉप यंग एंटरप्रेन्योर्स की लिस्ट में सबसे ऊपर पहुंच गए हैं।
हुरून की इस लिस्ट में अन्य युवा उद्यमियों के नाम भी शामिल हैं। तीसरे नंबर पर BharatPe के शाश्वत नकरानी (27) हैं, जबकि सोलर और ग्रीन एनर्जी से जुड़े स्टार्टअप्स के फाउंडर्स भी टॉप 10 में जगह बनाने में सफल रहे हैं। इस पूरी लिस्ट में शामिल 200 कंपनियों की कुल वैल्यू करीब ₹42 लाख करोड़ है और इनमें देश के 51 शहरों के उद्यमी शामिल हैं।
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खास बात यह है कि इस साल पहली बार इटर्नल के फाउंडर दीपिंदर गोयल ने DMart के आरके दमानी को पीछे छोड़ते हुए टॉप पोजिशन हासिल की है। यह लिस्ट साफ दिखाती है कि भारत में युवा उद्यमी अब बड़े उद्योगपतियों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।