टाटा पावर (सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : टाटा पावर की सब्सिडरी कंपनी टाटा पावर ट्रेडिंग कंपनी और सिंगापुर की केप्पल लिमिटेड के बीच एक समझौता हुआ है। इन दोनों कंपनियों ने एनर्जी एफिसीऐंसी और कम लागत में जगह को ठंडा रखने की सर्विस देने के लिए ये सौदा किया है। इस सर्विस को ‘कूलिंग-एज-ए-सर्विस’ नाम दिया गया है।
दोनों कंपनियों ने ज्वाइंट स्टेटमेंट में कहा है कि इसके अंतर्गत जहां पर्यावरण अनुकूल समाधानों में विशेषज्ञता रखने वाली केप्पल उपकरण उपलब्ध कराएगी, वहीं टाटा पावर ट्रेडिंग कंपनी ग्रीन एनर्जी उपलब्ध कराने के साथ इलेक्ट्रिसिटी मैनेजमेंट का काम देखेगी। ‘कूलिंग-एज-ए-सर्विस’ यानी सीएएएस एक कारोबारी मॉडल है।
इसके अंतर्गत ग्राहक जगह को ठंडा करने के उपकरण और संबंधित बेसिक इंफ्रास्क्रचर में इंवेस्टमेंट किए बिना भुगतान आधार पर कूलिंग सेवाएं प्राप्त कर सकते है। इस मॉडल में, सर्विस प्रोवाइडर कूलिंग इक्विप्मेंट उपलब्ध कराता है और उसका संचालन करता है और ग्राहक उपयोग के आधार पर इसका भुगतान करता है। इससे कूलिंग की व्यवस्था सस्ती और कम ऊर्जा खपत वाली होती है।
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बयान के अनुसार, यह गठजोड़ देश में कूलिंग कार्ययोजना यानी आईसीएपी और स्मार्ट सिटी मिशन के अनुरूप है। इसका उद्देश्य प्रमुख शहरी क्षेत्रों और कमर्शियल और इंडस्ट्रियल सेक्टर में बड़े पैमाने पर जिला कूलिंग प्रणाली यानी डीसीएस के साथ-साथ व्यक्तिगत इमारतों में कूलिंग उपकरणों की तैनाती के माध्यम से ठंडा करने का समाधान प्रदान करना है।
यह सहयोग हवाई अड्डों, आईटी पार्क, विशेष आर्थिक क्षेत्रों, डेटा केंद्रों और अन्य औद्योगिक और वाणिज्यिक संपत्तियों जैसे उच्च-मांग वाले परिवेश पर केंद्रित है। इन जगहों पर कूलिंग समाधान के माध्यम से ऊर्जा के उपयोग को 40 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है जिससे कार्बन उत्सर्जन में 50 प्रतिशत तक की कटौती में मदद मिल सकती है।
टाटा पावर ट्रेडिंग कंपनी लिमिटेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी यानी सीईओ तरुण कटियार ने कहा, ‘‘कूलिंग कार्ययोजना और स्मार्ट सिटी मिशन का समर्थन कर, हम इनोवेटिव, कुशल ‘कूलिंग एज ए सर्विस’ सोल्यूशन के लिए रास्ता प्रशस्त कर रहे हैं जो शहरी और ऊर्जा-गहन केंद्रों में ऊर्जा-कुशल परिवेश को बढ़ावा देते हैं। इसके साथ ही, हम 2030 तक ऊर्जा दक्षता में सुधार की दर को दोगुना करने के भारत के महत्वाकांक्षी लक्ष्य में योगदान देंगे।”
(एजेंसी इनपुट के साथ)