
टेस्ला और टाटा (सौ. सोशल मीडिया )
नई दिल्ली : रतन टाटा की टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा ऑटोकॉम्प, टाटा टेक्नोलॉजीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने अंदरूनी तौर पर एलन मस्क की कंपनी टेस्ला के ग्लोबल सप्लायर बन गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टाटा ग्रुप ने ऑटो कंपोनेंट्स के ग्लोबल सप्लायर के तौर पर इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली अमेरिकी कंपनी टेस्ला के साथ पार्टनरशिप कर ली है। एक ओर टेस्ला इंडियन मार्केट्स में एंट्री लेने की तैयारियों में जुट गई है, दूसरी ओर टाटा कंपनी के लिए एक लोकल सप्लायर के तौर पर खुद को तैयार कर रही है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि टेस्ला के ऑफिसरों ने अपने लोकल सप्लायर्स से मीटिंग कर कास्टिंग, फोर्जिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स और फैब्रिकेशन के डेवलपमेंट और मैन्युफैक्चरिंग पर बातचीत की है। पहले से ही कई ऐसी इंडियन कंपनियां हैं, जो टेस्ला को कई ऑटो कॉम्पोनेंट्स सप्लाई करते आ रहे हैं। इनमें प्रमोशन मदरसन, सुप्रजीत इंजीनियरिंग, सोना बीएलडब्ल्यू प्रिसिजन फोर्जिंग्स, वैरोक इंजीनियरिंग, भारत फोर्ज और संधार टेक्नोलॉजीज जैसी कंपनियां शामिल हैं।
नाम न जाहिर करने की शर्त पर एक सूत्र ने मीडिया को जानकारी दी है कि टेस्ला भारत में सप्लायर का एक बेस बनाने की तैयारी कर रही है। हमें पूरा भरोसा है कि भारत में एक बार टेस्ला की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट स्टार्ट हो जाने पर इंडियन सप्लार्स को सोर्सिंग के अवसरों का लाभ मिलेगा।
सूत्रों के अनुसार, टेस्ला ऑटो कॉम्पोनेंट्स की खरीद के लिए चीन और ताइवान के ऑप्शन की तलाश में है। इन कॉम्पोनेंट्स में इनमें इलेक्ट्रिक मोटर, गियरबॉक्स, वायरिंग हार्नेस, जाली घटक, कास्टिंग, शीट मेटल, परिष्कृत इलेक्ट्रॉनिक्स, सस्पेंशन सिस्टम, इलेक्ट्रिक पावरट्रेन और बॉल और सिरेमिक बियरिंग शामिल हैं।
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टाटा ग्रुप के इकोसिस्टम में ऑटोकॉम्प ईवी इंजीनियरिंग प्रोडक्ट्स बनाती है। जबकि टाटा टेक्नोलॉजी अलग-अलग प्रोडक्ट्स के लिए आउटसोर्स प्रोडक्ट इंजीनियरिंग सर्विस के साथ-साथ डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन सर्विस और अपस्किलिंग सोल्यूशन प्रदान करती है। टीसीएस सर्किट-बोर्ड टेक्नोलॉजी की सप्लाई करती है और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग यूनिट बनने के बाद चिप्स प्रोवाइड करेगी।
टेस्ला भारत में अपना मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने के लिए राजस्थान, गुजरात, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और तेलंगाना जैसे कई राज्यों की सरकारों के साथ चर्चा भी कर रही है।






