जौमेटो स्विगी (सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: घरेलू शेयर बाजार में भारी उथल-पुथल हुआ, जब Zomato और Swiggy के शेयरों में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई। ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Bank of America (BofA) ने इन दोनों कंपनियों की रेटिंग घटा दी, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई। BofA ने Zomato की रेटिंग ‘Buy’ से घटाकर ‘Neutral’ कर दी और इसका टारगेट प्राइस ₹300 से घटाकर ₹250 कर दिया। वहीं, Swiggy की रेटिंग ‘Buy’ से घटाकर ‘Underperform’ कर दी गई और इसका टारगेट प्राइस ₹420 से घटाकर ₹325 कर दिया गया।
इस डाउनग्रेड के असर से बुधवार को Zomato का शेयर 5.1% गिरकर ₹199.80 पर पहुंच गया, जबकि Swiggy के शेयर 3.4% गिरकर ₹326 पर आ गए। निवेशकों के लिए यह बड़ा झटका था, क्योंकि इन कंपनियों के शेयर पहले ही गिरावट के दौर से गुजर रहे थे।
बैंक ऑफ अमेरिका (BofA) ने चेतावनी दी कि Zomato और Swiggy की FY26 और FY27 की EBITDA (Earnings Before Interest, Tax, Depreciation & Amortisation) कमाई बाजार के अनुमान से 20% से 50% तक कम हो सकती है। इसका मतलब है कि आने वाले सालों में इन कंपनियों के मुनाफे पर दबाव बना रहेगा। इससे एक दिन पहले Macquarie ब्रोकरेज फर्म ने भी इन कंपनियों के भविष्य को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दी थी। Macquarie का मानना है कि Devyani International और Westlife Foodworld जैसी कंपनियां बेहतर स्थिति में हैं, क्योंकि उपभोक्ता खर्च में बढ़ोतरी से इन्हें ज्यादा फायदा मिलेगा।
Zomato और Swiggy पहले से ही डार्क स्टोर्स (Dark Stores) के बढ़ते कॉम्पिटिशन और महंगी वैल्यूएशन की वजह से दबाव में हैं। दिसंबर से अब तक इनके शेयर लगातार गिरते आ रहे हैं। अब इन कंपनियों को नए कॉम्पिटीटर्स से भी कड़ी टक्कर मिल सकती है। BigBasket अगले 18-24 महीनों में IPO लाने की तैयारी कर रही है, जबकि Zepto भी $250 मिलियन की फंडिंग जुटाकर अपने IPO की ओर बढ़ रही है। इससे Zomato और Swiggy के बाजार हिस्सेदारी पर और असर पड़ सकता है।
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Zomato, जिसने मार्च 2023 से दिसंबर 2024 तक शानदार रैली दिखाई थी, अब ₹205 पर ट्रेड कर रहा है, जो उसके ऑल-टाइम हाई ₹304.70 से 32.6% कम है। Swiggy की स्थिति और भी खराब है, क्योंकि यह अपने हालिया उच्चतम स्तर से 46% तक गिर चुका है और ₹332 पर ट्रेड कर रहा है, जो इसके IPO प्राइस ₹390 से भी नीचे है।