शेयर मार्केट, (कॉन्सेप्ट फोटो)
Diwali Muhurat Trading 2025 Date and Time: भारत में नवरात्र के साथ त्योहारी सीजन की शुरुआत हो चुकी है। इस हफ्ते में धनतेरस और फिर दिवाली का पर्व भी आने वाला है। इन त्योहारों के देखते हुए शेयर बाजार में भी ट्रेडिंग की खास व्यवस्था की गई है। धनतेरस और दिवाली के अवसर पर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) कारोबार के लिए बंद रहेंगे।
इस बार शनिवार, 18 अक्टूबर को धनतेरस का त्योहार शुरू होगा, जिसे देवी लक्ष्मी के आगमन के रूप में जाना जाता है। हालांकि, इस बार यह शनिवारा को पड़ रहा , इसलिए बाजार पहले ही साप्ताहिक छुट्टियों के कारण बंद रहेगा। इसके बाद बाजार सोमवार, 20 अक्टूबर 2025 को सामान्य रूप से खुल जाएगा।
21 अक्टूबर को दिवाली लक्ष्मी पूजन के कारण बाजार बंद रहेगा, लेकिन NSE और BSE निवेशकों और ट्रेडर्स के लिए विशेष एक घंटे का मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन आयोजित करेंगे। इस सत्र का समय 1:45 बजे से 2:45 बजे तक रहेगा और इसके पहले प्री-ओपनिंग सत्र 1:30 बजे से 1:45 बजे तक होगा। पिछले साल 2024 में यह सत्र शाम 6 बजे से 7 बजे तक आयोजित हुआ था। मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र का विशेष महत्व है, क्योंकि यह विक्रम संवत 2082 के शुभारंभ के साथ जुड़ा हुआ है और परंपरागत रूप से इसे निवेशकों के लिए समृद्धि और वित्तीय वृद्धि लाने वाला माना जाता है।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) ने भी दिवाली लक्ष्मी पूजन (Diwali Laxmi Puja Shubh Muhurat) और बाली प्रतिपदा के अवसर पर 21 और 22 अक्टूबर को छुट्टियां घोषित की हैं। हालांकि 22 अक्टूबर को शाम का सेशन खुला रहेगा। MCX भी 21 अक्टूबर को मुहूर्त ट्रेडिंग आयोजित करेगा, लेकिन सटीक समय अभी घोषित नहीं किया गया है। इस तरह निवेशकों को इन विशेष छुट्टियों और मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के अनुसार अपने निवेश और व्यापार की योजना बनानी चाहिए।
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भारत के खास त्योहारों में से एक दिवाली के अवसर पर “मुहूर्त ट्रेडिंग” (Muhurat Trading) की परंपरा भारत में बहुत पुरानी है, और यह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) द्वारा 1957 में शुरू की गई थी। बाद में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने भी 1992 में इस परंपरा को अपनाया। इस विशेष ट्रेडिंग सत्र का मुख्य उद्देश्य दिवाली के शुभ अवसर पर निवेश की शुरुआत करना है। ऐसा मान जाता है कि यह लक्ष्मी पूजन का एक हिस्सा है। लोगों मानते हैं कि इस दिन निवेश करने से पूरे साल समृद्धि बनी रहती है।