शेयर बाजार ( सौजन्य : सोशल मीडिया )
मुंबई : मंगलवार को शेयर बाजार के शुरूआती कारोबार में भारी गिरावट दर्ज हुई है। सोमवार को मिली रिकॉर्ड तेजी के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि आज भी शेयर बाजार की शुरूआत मजबूत होगी, लेकिन मुनाफावसूली के कारण फिर एक बार शेयर बाजार में गिरावट आयी है। शेयर बाजार के गिरने के पीछे का कारण एशियाई बाजार में कमजोर रुख को भी बताया जा रहा है। जिसके कारण निवेशकों की धारणा भी कमजोर हुई है। घरेलू बाजार के अलावा मुद्रा विनिमय बाजार में भी अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट देखने को मिली है।
सेंसेक्स में सूचीबद्ध 30 कंपनियों में से बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, इंफोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, टेक महिंद्रा और टाइटन के शेयरों को सबसे अधिक नुकसान हुआ। आईटीसी, सन फार्मा, हिंदुस्तान यूनिलीवर और नेस्ले के शेयर लाभ में रहे।
एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट, जापान का निक्की-225 और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे। अमेरिकी बाजार सोमवार को ‘मजदूर दिवस’ के अवसर पर बंद थे।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.40 प्रतिशत की गिरावट के साथ 77.21 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में सोमवार को लिवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 1,735.46 करोड़ रुपये की कीमत के शेयर खरीदे।
वैश्विक बाजारों में डॉलर के मजबूत रुख और घरेलू विनिर्माण के कमजोर आंकड़ों के बीच रुपया मंगलवार को शुरुआती कारोबार में चार पैसे कमजोर होकर 83.95 प्रति डॉलर पर आ गया। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि घरेलू शेयर बाजार में गिरावट ने भी स्थानीय मुद्रा पर दबाव डाला।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनियम बाजार में रुपया तीन पैसे की गिरावट के साथ 83.94 प्रति डॉलर पर खुला। शुरुआती सौदों के बाद 83.95 प्रति डॉलर पर पहुंच गया जो उसके पिछले बंद भाव से चार पैसे की बढ़त दर्शाता है। रुपया सोमवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 83.91 पर बंद हुआ था। इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती को परखने वाला डॉलर सूचकांक 0.08 प्रतिशत की बढ़त के साथ 101.73 अंक पर रहा।
( एजेंसी इनपुट के साथ )