प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली: भारत के आम आदमी को महंगाई के मार्चे पर थोड़ी राहत मिल सकती है। आज आने वाले खुदरा महंगाई के आंकड़ों में इसकी पुष्टि हो सकती है। इस बीच, समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, उपभोक्ता मुद्रास्फीति जनवरी 2025 में पांच महीने के निचले स्तर 4.60% पर आने की उम्मीद है। दिसंबर 2024 खुदरा महंगाई दर 5.22% दर्ज की गई थी।
आज आने वाले महंगाई के आंकड़ों में यह गिरावट उन भारतीय परिवारों को बहुत जरूरी राहत देगी जो जीवनयापन की लगातार बढ़ती लागत से परेशान हैं और भोजन पर काफी अधिक राशि खर्च कर रहे हैं।
रिपोर्ट में अर्थशास्त्रियों के हवाले से कहा गया है कि मुद्रास्फीति में इस गिरावट का श्रेय स्थानीय बाजारों में सर्दियों की ताजा उपज दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सब्जियों की कीमतों में गिरावट ने मुद्रास्फीति में गिरावट में प्रमुख भूमिका निभाई। आधिकारिक मुद्रास्फीति के आंकड़े 12 फरवरी 2025 (बुधवार) को जारी होने हैं।
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भारतीय रिजर्व बैंक ने हालिया मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक में आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने और महंगाई को नियंत्रित करने की दिशा में कदम उठाते हुए रेपो दर में 25 आधार अंकों की कटौती करते हुए इसे 6.5% से घटाकर 6.25% कर दिया। रिपोर्ट के अनुसार कोर मुद्रास्फीति, जिसमें ऊर्जा की कीमतें और अस्थिर खाद्य कीमतें शामिल नहीं हैं, में मामूली वृद्धि होने का अनुमान है। यह पिछले साल दिसंबर के 3.6% से बढ़कर जनवरी में 3.7% हो गई है।