नेस्ले इंडिया (सौ. सोशल मीडिया )
Nestle India Quarterly Result: मैगी, किटकैट और नेस्कैफे ब्रांड की मालिकाना कंपनी नेस्ले इंडिया ने हाल ही में अपने तिमाही नतीजे जारी किए हैं। नेस्ले इंडिया के अप्रैल से जून महीने वाली तिमाही के नतीजे उतार-चढ़ावभरे रहे हैं।
आंकड़ों के अनुसार, जून महीने की तिमाही में नेस्ले इंडिया का कंसोलिडिऐट रेवेन्यू ईयरली बेसिस पर 6 परसेंट तक बढ़ा है, लेकिन इसी दौरान नेट प्रॉफिट 13 परसेंट से ज्यादा गिर गया है। जिसके कारण कंपनी को तगड़ा झटका लगा है। आज कंपनी के शेयर में 5 परसेंट से ज्यादा की गिरावट दर्ज हुई है।
मौजूदा समय में बीएसई पर इस कंपनी के शेयर 4.55 परसेंट की गिरावट के साथ 2341.20 रुपये पर ट्रेड कर रहे हैं। हालांकि इंट्रा डे में ये 5.60 परसेंट की गिरावट के साथ 2315.55 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे। तिमाही नतीजों के साथ ही कंपनी ने अपने नए चेयरमैन और एमडी मनीष तिवारी के 1 अगस्त से पद संभालने का भी ऐलान किया है। बताया जा रहा है कि वर्तमान चेयरमैन सुरेश नारायणन 31 जुलाई को रिटायर होने वाले है।
आंकड़ों के अनुसार, जून तिमाही में सालाना आधार पर नेस्ले इंडिया का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 13.4 परसेंट नीचे गिरकर 647 करोड़ पर आ गया है। हालांकि इस तिमाही के दौरान रेवेन्यू में 6 परसेंट की बढ़त देखने के लिए मिली है, जिसके बाद ये उछलकर 5,096 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। इसके अलावा रेवेन्यू को घरेलू सेल्स का भी समर्थन मिला है, जो सालाना आधार पर जून तिमाही में 5.5 परसेंट बढ़कर 4,860 करोड़ रुपये तक हो गया है। इस तिमाही के दौरान एक्सपोर्ट सेल्स भी 16 परसेंट उछलकर 214 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है।
ये भी पढ़ें :- हाई लेवल पर चढ़कर गिरा सोना, चांदी की चमक भी हुई कम; अब सिर्फ इतना रह गया भाव
नेस्ले इंडिया के शेयर पिछले साल 27 सितंबर 2024 को 2777.00 रुपये पर थे, जो इसके शेयरों के लिए सालाना आधार का सबसे हाई रिकॉर्ड लेवल था। इस हाई से ये 6 महीने से भी कम समय में ये शेयर 23.84 परसेंट नीचे गिरकर 5 मार्च 2025 को 2115.00 रुपये पर आ गया, जो इसके शेयरों के लिए 1 साल का रिकॉर्ड लो लेवल है।