दूध (सौ. सोशल मीडिया )
नई दिल्ली : भारत के दक्षिणी राज्य कर्नाटक में सिद्धारमैया सरकार ने गुरूवार को कर्नाटक मिल्क फेडरेशन की ओर से सप्लाई किए जाने वाले सहकारी दुग्ध यानी नंदिनी दूध की कीमतों में 4 प्रतिशत प्रति लीटर की बढ़त करने का फैसला लिया है। ये निर्णय केएमएफ और किसान संगठनों की डिमांड पर विचार करने के बाद लिया गया है।
दूध की कीमत बढ़ाने का ये फैसला दक्षिण भारत के उगादी त्योहार से ठीक पहले लिया गया है, जिसे 30 मार्च को पूरा कर्नाटक धूमधाम से मनाने वाला है। हालांकि अब दूध की कीमतें तो बढ़ेगी, तो होटलों से लेकर मिठाई की दुकानों में चाय, कॉफी और दूध से बनने वाले बाकी प्रोडक्ट्स के दामों में बढ़ोतरी देखने के लिए मिलेगी।
हाल ही में मेट्रो और आरटीसी बस का किराया बढ़ाए जाने को लेकर पहले भी राज्य सरकार की आलोचना की गई थी। सरकार ने बिजली का भी रेट बढ़ा दिया है। दूध की कीमतों में भी 5 रुपये प्रति लीटर बढ़ाने की डिमांड की गई थी। हालांकि, सरकार ने इसे 4 रुपये तक का ही बढ़ाने का फैसला लिया है।
5 मार्च को कर्नाटक की सरकार ने राज्य में नंदिनी दूध की कीमतें बढ़ाने की जानकारी दी थी। विधान परिषद में क्वेशन आंसर सेशन के दौरान सदन में पशुपालन मंत्री के. वेंकटेश ने कहा है कि हम दूध की कीमतों में निश्चित रूप से बढ़ोतरी करने जा रहे हैं। हालांकि कितनी कीमतें बढ़ायी जानी है, इस बात पर अभी मुख्यमंत्री के साथ चर्चा की जाएगी। साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि सरकार पर दूध उत्पादकों का 656.07 करोड़ रुपये की सब्सिडी बाकी है। टोटल 9.04 लाख लाभार्थियों को अभी तक बकाया राशि का भुगतान नहीं हुआ है।
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उन्होंने बताया है कि हमने वित्त विभाग से लंबित धनराशि जारी करने के लिए कहा है। विभाग के द्वारा राशि स्वीकृत होने के बाद इसे लाभार्थियों को बांटा जाएगा। हम जल्द ही ऐसा करने वाले हैं। किसान दूध की कीमत 10 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ाने की डिमांड की बात कर रहे हैं। हम दूध की कीमतों में बढ़त जरूर करेंगे। मुख्यमंत्री से बातचीत के बाद दूध की कीमत कितनी बढ़ायी जाएगी ये भी तय किया जाने वाला है।