जेएसडब्ल्यू ग्रुप (सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : जिंदल ग्रुप का सबसे अहम हिस्सा रहने वाले जेएसडब्ल्यू समूह ने साउथ कोरिया की एक कंपनी के साथ साझेदारी का फैसला लिया है। दरअसल, भारत में हर साल 50 लाख टन कैपेसिटी के स्टील प्लांट को विकसित करने के लिए और बैटरी मटेरियल और रिन्यूऐबल एनर्जी सेक्टर में अवसर ढूढ़ने के लिए साउथ कोरिया स्थित पॉस्को ग्रुप के साथ एक एमओयू साइन करने की घोषणा की है। ये घोषणा आज यानी मंगलवार को की गई है।
जेएसडब्ल्यू समूह ने बयान में कहा है कि जेएसडब्ल्यू ग्रुप ने भारत में स्टील, बैटरी मटेरियल व रिन्यूऐबल एनर्जी सेक्टर में सहयोग की रूपरेखा तैयार करते हुए पॉस्को समूह के साथ एक समझौता ज्ञापन यानी एमओयू पर साइन की हैं।
बयान में कहा गया है कि दोनों पक्ष इलेक्ट्रिक वाहनों यानी ईवी से संबंधित बैटरी मटेरियल तथा प्रस्तावित एकीकृत स्टील प्लांट की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए रिन्यूऐबल एनर्जी के सेक्टरों में सहयोग की संभावनाएं तलाशेंगे। जेएसडब्ल्यू समूह के चेयरमैन सज्जन जिंदल ने कहा है कि पॉस्को के साथ यह समझौता ज्ञापन इंडियन स्टील इंडस्ट्री में योगदान देने की हमारी यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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साथ ही उन्होंने आगे ये भी कहा है कि दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक के रूप में भारत सतत विकास के लिए जबरदस्त अवसर प्रस्तुत करता है और पॉस्को के साथ हमारी साझेदारी उस बदलाव को आगे बढ़ाने के लिए जेसीडब्ल्यू की प्रतिबद्धता को मजबूत करती है।
उन्होंने कहा है कि साथ मिलकर, हमारा लक्ष्य टेक्नोलॉजी और स्थिरता में एक ऐसा स्टैंडर्ड स्थापित करना है जो भारत तथा उसके बाहर मैन्यूफैक्चरिंग के भविष्य को आकार दे सके। यह साझेदारी भारत में 50 लाख टन प्रति वर्ष यानी एमटीपीए की प्रारंभिक क्षमता वाले एक एकीकृत स्टील प्लांट की स्थापना पर केंद्रित होगी।
पॉस्को के चेयरमैन चांग इन-ह्वा ने कहा है कि यह सहयोग कोरिया और भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ में महत्वपूर्ण योगदान देगा। साथ ही अधिक पर्यावरण अनुकूल और टिकाऊ भविष्य की दिशा में हमारे संयुक्त प्रयासों को आगे बढ़ाएगा।
(एजेंसी इनपुट के साथ)