प्रतीकात्मक तस्वीर, फोटो- सोशल मीडिया
IndiGo Flight Cancellations: इंडिगो के शेयर गुरुवार को करीब 3 प्रतिशत फिसलकर बीएसई पर 5,407.30 रुपये प्रति शेयर के डे-लो स्तर तक पहुंच गए। यह गिरावट उस समय देखने को मिली जब नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने एयरलाइन की उड़ानों में आए बड़े व्यवधान की जांच शुरू कर दी। नियामक ने बुधवार को बड़े पैमाने पर हुई सेवाओं की समस्या पर जवाब तलब किया और भविष्य में उड़ान रद्दीकरण और देरी रोकने के लिए एक सुधारात्मक योजना जमा करने को कहा।
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इस हफ्ते भारी परिचालन दबाव में है, जहां 200 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ीं और कई सौ में देरी हुई। इससे लंबी कतारें, परेशान यात्री और सर्दियों की चरम यात्रा अवधि में एयरलाइन की परिचालन क्षमता को लेकर चिंता और बढ़ गई है।
इंडिगो ने 3 दिसंबर को जारी एक बयान में व्यापक अव्यवस्था को स्वीकार करते हुए यात्रियों से क्षमा मांगी। एयरलाइन ने इस अस्थिरता का कारण तकनीकी समस्याएं, मौसमी बदलाव, खराब मौसम, हवाई क्षेत्र की भीड़ और पायलटों के आराम व ड्यूटी घंटों से जुड़े नए नियमों के प्रभाव को बताया।
संचालन सामान्य करने के लिए इंडिगो ने 48 घंटे के लिए अपनी समय-सारणी में नियंत्रित बदलाव किए हैं, ताकि समय की पाबंदी फिर से स्थापित हो सके और यात्रियों को कम से कम परेशानी हो। एयरलाइन ने कहा कि टीमें लगातार काम कर रही हैं और प्रभावित यात्रियों को वैकल्पिक यात्रा विकल्प या रिफंड उपलब्ध कराया जा रहा है।
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गुरुवार की गिरावट से पहले बुधवार को इंटरग्लोब एविएशन के शेयर 1.80 प्रतिशत गिरकर 5,595.50 रुपये पर बंद हुए थे। पिछले एक हफ्ते में शेयर लगभग 5.5 प्रतिशत लुढ़का है। तकनीकी रूप से, दैनिक RSI (14) 38.9 पर है, जो कमजोर गति का संकेत देता है। शेयर अपने आठ साधारण मूविंग एवरेज (SMA) में से सात के नीचे कारोबार कर रहा है, जो स्टॉक पर नीचे की ओर दबाव को दर्शाता है।