ऑनलाइन शॉपिंग (सौजन्य : सोशल मीडिया )
नई दिल्ली : साल 2024 के राष्ट्रीय उपभोक्ता मामलों के विभाग ने कंज्यूमर सिक्योरिटी को बढ़ावा देने और गुमराह ऑनलाइन सिस्टम से निपटने के लिए सरकार ने 3 ऐप्स को लॉन्च किया है। सरकार ने इन ऐप्स को डिजिटल कंज्यूमर्स को मजबूत बनाने और ई-कॉमर्स में उभर रही डार्क पैटर्न जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए ये सरकार की एक बड़ी पहल है। ये नया कदम सरकार की कंज्यूमर एम्पावरमेंट और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेंशन के लिए प्रतिबद्ध साबित होगा।
इन ऐप्स की मदद से केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्रधिकरण की कैपेसिटी काफी बढ़ सकती है और उसे डार्क पैटर्न से बचने में मदद मिलेगी। जागो ग्राहक जागो ऐप कंज्यूमर की ऑनलाइन एक्टिविटी के दौरान सभी यूआरएल के बारे में आवश्यक जानकारी देता है और ये अलर्ट देता है कि कोई भी यूआरएल असुरक्षित हो सकता है और सावधानी बरतने की जरूरत है।
जागो ग्राहक जागो ऐप कंज्यूमर्स को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्मों के बारे में जरूरी जानकारी देता है, जिससे वे उस गुमराह करने वाली वेबसाइट की पहचान कर सकते है। ये ऐप ऑनलाइन शॉपिंग के रिस्क के प्रति सावधान करते हैं, उपभोक्तओं की जागरूकता बढ़ाने के लिए और सूचित फैसले लेने में मदद करता है।
जागृति ऐप उपभोक्ताओं के एक्टिव पार्टिसिपेशन के लिए ग्राहकों को प्रोत्साहित करता है। ये ऐप उन कंज्यूमर्स को उन वेबसाइट्स के बारे में जानकारी देता है, जो भटकाने वाले ऑनलाइन ट्रांसेक्शन, जैसे डार्क पैटर्न का उपयोग करती है।
जागृति डैशबोर्ड जागृति ऐप के जरिए से प्रस्तुत शिकायतों से डेटा कलेक्ट करता है, जिससे कंज्यूमर नेचर के अलग नजरिए के बारे में पता चलता है। ये विभिन्न प्लेटफॉर्मों पर डार्क पैटर्न में ट्रैक करने में ऑफिसरों की मदद करता है।
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जागो ग्राहक जागो ऐप से किसी भी कंज्यूमर की ऑनलाइन एक्टिविटीज के दौरान के सभी यूआरएल यानी लिंक्स के बारे में ई-कॉमर्स से जुड़ी जानकारी प्रदान करता है और अगर कोई यूआरएल गलत लगता है तो इसके लिए ग्राहकों को अलर्ट करता है।