कॉन्सेप्ट फोटो (सोर्स- सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : अमेरिकी रिसर्च और इंवेस्टमेंट कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के फाउंडर नाथन एंडरसन ने इसे बंद करने का फैसला लिया है। अपने इस ऐलान के बाद कंपनी ने कहा है कि वह अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग यानी एसईसी की जांच के दायरे में नहीं आने की बात कही है। साथ ही इसने कंपनी को टारगेट करने वाली रिपोर्ट तैयार करने के लिए अपने संस्थापक के एक हेज फंड से कथित संबंधों के दावों को भी खारिज कर दिया है।
कनाडा के एक प्लेटफॉर्म ने ओंटारियो की एक कोर्ट में दायर दस्तावेजों का हवाला देते हुए आरोप लगाया था कि हिंडनबर्ग रिसर्च के संस्थापक नेट एंडरसन पर हेज फंड के साथ कथित संबंधों के कारण शक के बादल मंडरा रहे हैं। इसके बाद ही कंपनी ने अपना रुख साफ करते हुए यह बयान दिया। अमेरिकी शोध एवं निवेश कंपनी ने कहा है कि हमारी जानकारी के अनुसार हिंडनबर्ग एसईसी की जांच के दायरे में नहीं है, इसके उलट कोई भी दावा गलत है।
ओन्टारियो सुपीरियर कोर्ट ऑफ जस्टिस में मानहानि के एक मामले में दायर दस्तावेजों का हवाला देते हुए कनाडा के मंच ‘मार्केट फ्रॉड्स पोर्टल’ ने कहा था कि कनाडा के एन्सन हेज फंड के प्रमुख मोएज कस्साम ने स्वीकार किया है कि उनकी कंपनी ने हिंडनबर्ग के नेट एंडरसन सहित ‘‘विभिन्न स्रोतों के साथ” शोध साझा किया है। वहीं हिंडनबर्ग ने रिपोर्ट तैयार करते समय एन्सन के साथ मिलीभगत की।
भागीदारी का खुलासा किए बिना मंदी संबंधी रिपोर्ट तैयार करने पर अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (एसईसी) द्वारा प्रतिभूति धोखाधड़ी का आरोप लगाया जा सकता है। हिंडनबर्ग ने कहा कि यह रिपोर्ट ‘‘मुख्यतः एक अनाम ‘टोंगन ब्लॉग’ पर आधारित है, जो तथ्यात्मक त्रुटियों, बेबुनियाद सिद्धांतों से भरपूर है तथा उसमें अमेरिकी कानून की समझ का पूर्ण अभाव नजर आता है और ऐसी अफवाहें फैलाना गैर-जिम्मेदाराना है।”
गौरतलब है कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने 2020 में फेसड्राइव पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी जो एक कनाडाई कंपनी है। यह रिपोर्ट एक ‘रिवर्स मर्जर’ के माध्यम से ‘इको-फ्रेंडली राइड-शेयरिंग’ सेवा के रूप में सार्वजनिक हुई। इसमें अधिक मूल्यांकित होने और प्रवर्तकों को बहुत अधिक भुगतान करने की बात कही गई थी।
अदालती दस्तावेजों से पता चलता है कि एन्सन ने कथित तौर पर रिपोर्ट पर एंडरसन के साथ ईमेल का आदान-प्रदान किया। ‘हेज फंड’ को पता था कि रिपोर्ट कब प्रकाशित होने वाली है। इसके अलावा कंपनी उद्योगपति गौतम अदाणी के समूह के बारे में विवादित रिपोर्ट प्रकाशित करने के बाद 2023 में वैश्विक स्तर पर काफी चर्चा में रही थी। इससे राजनीतिक विवाद उत्पन्न हो गया था और समूह को बड़ा वित्तीय नुकसान हुआ था। वहीं अमेरिका में सत्ता हस्तांतरण से कुछ दिन पहले पिछले हफ्ते एंडरसन ने हिंडनबर्ग रिसर्च का कारोबार समेटने की घोषणा की।
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उन्होंने अपने निर्णय के पीछे की कोई विशेष वजह नहीं बताई, हालांकि भविष्य में दोस्तों तथा परिवार के साथ अधिक समय बिताने की इच्छा जाहिर की। उन्होंने निर्णय की घोषणा करते हुए लिखा था, ‘‘ हमारे काम से करीब 100 लोगों पर विनियामकों द्वारा दीवानी या आपराधिक आरोप लगाए गए, जिनमें अरबपति तथा कुलीन वर्ग के लोग शामिल हैं। हमने कुछ ऐसे साम्राज्यों को हिला दिया जिन्हें हिलाने की हमें जरूरत थी।”