
Dollar vs Rupee, (प्रतीकात्मक तस्वीर)
मुंबई: अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया लगातार गिर रहा है। आज बुधवार को शुरुआती कारोबार में सीमित दायरे में कारोबार करते हुए रुपया नौ पैसे टूटकर 87.16 प्रति डॉलर पर आ गया। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि बाजार सहभागी अमेरिका और चीन द्वारा लगाए जा रहे शुल्क के प्रभाव पर विचार कर रहे हैं जिसका दबाव स्थानीय मुद्रा पर दिख रहा है। हालांकि, किसी भी केंद्रीय बैंक के हस्तक्षेप से रुपये को समर्थन मिल सकता है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 87.13 पर खुला और फिर फिसलकर 87.16 प्रति डॉलर पर आ गया, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले नौ पैसे की गिरावट दर्शाता है। रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.07 पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 107.89 पर रहा। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 75.82 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने पिछले कई दिनों से जारी बिकवाली के बाद मंगलवार को खरीदारी की। उन्होंने 809.23 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार जारी गिरावट को लेकर वित्त सचिव तुहिन कांत पांडे ने सोमवार को कहा कि रुपये के मूल्य को लेकर कोई चिंता की बात नहीं है, RBI इसकी अस्थिरता को संभाल रहा है। उन्होंने कहा कि इंडियन करेंसी ‘फ्री फ्लोट’ है और इसकी दर बाजार पर आधारित है और इसके लिए कोई निश्चित दर तय नहीं की जाती। वित्त सचिव के अनुसार, फॉरेन फंड आउटफ्लो के चलते एक्सचेंज रेट दबाव का सामना कर रहे हैं।
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अब जानते हैं कि भारतीय रुपये में ये गिरावट का सिलसिला क्यों जारी है? तो इसके पीछे कई कारण हैं और इसमें सबसे बड़ी वजह डॉलर की डिमांड बढ़ना है और इससे रुपया ही नहीं अन्य देशों की करेंसी भी टूटी हैं। वहीं विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली का भी दवाब भारतीय रुपये पर देखने को मिला है। इसके अलावा छह प्रमुख करेंसियों के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति बताने वाला डॉलर सूचकांक 109.46 पर रहा।






