चिल्ड्रन म्यूचुअल फंड स्कीम (सोर्स- सोशल मीडिया)
Children Mutual Fund Schemes Giving Over 15 Percent Return: आजकल बच्चों की शिक्षा और उनके सपनों को पूरा करने का खर्च लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में लंबी अवधि के लिए आर्थिक तैयारी करना बहुत जरूरी है। म्यूचुअल फंड की चिल्ड्रन स्कीमें इस दिशा में एक बेहतरीन कदम साबित हो सकती हैं। ये स्कीमें अनुशासित निवेश के साथ-साथ 15% से ज्यादा का शानदार रिटर्न दे रही हैं।
बच्चों के भविष्य की आर्थिक नींव मजबूत करना हर माता-पिता का सपना होता है। लेकिन बढ़ती महंगाई और शिक्षा के भारी-भरकम खर्च को देखते हुए यह काम मुश्किल लग सकता है। म्यूचुअल फंड की चिल्ड्रन स्कीमें इसी चुनौती का समाधान पेश करती हैं। ये स्कीमें लंबी अवधि के लिए अनुशासित तरीके से निवेश करने का मौका देती हैं, जिससे कंपाउंडिंग (चक्रवृद्धि ब्याज) का फायदा मिलता है।
इन स्कीमों में आमतौर पर पाँच साल का लॉक-इन पीरियड होता है या फिर तब तक जब बच्चा बालिग (18 साल का) हो जाए जो भी पहले हो। यह लॉक-इन निवेश को लंबे समय तक बनाए रखने में मदद करता है और बाजार के उतार-चढ़ाव से बचाता है। यही लंबी अवधि इन फंडों को सालाना 15% से भी ज्यादा रिटर्न देने में सक्षम बनाती है।
बाजार में कई चिल्ड्रन स्कीमें उपलब्ध हैं, लेकिन ICICI प्रूडेंशियल चिल्ड्रन फंड का रिकॉर्ड काफी विश्वसनीय रहा है। इस फंड की सबसे बड़ी खासियत इसका बदलते हालात के मुताबिक ढलने वाला (डायनामिक) निवेश तरीका है। जब बाजार में अस्थिरता या गिरावट का माहौल होता है, तो यह फंड अपनी कुल संपत्ति का 35 फीसदी तक डेट (ऋण) इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश कर सकता है। वहीं, जैसे ही बाजार में तेजी आती है और माहौल अनुकूल बनता है, यह फंड तुरंत तेजी से इक्विटी (शेयरों) में अपना हिस्सा बढ़ा देता है। यह लचीलापन जोखिम को नियंत्रित करते हुए बेहतर रिटर्न दिलाने में मदद करता है।
अंकों में रिटर्न:
बच्चों के भविष्य के लिए फंड जुटाने में समय सबसे महत्वपूर्ण कारक है। निवेश जितनी जल्दी शुरू किया जाता है, मासिक किस्त (EMI) उतनी ही कम हो जाती है।
उदाहरण के लिए, अगर आप अपने बच्चे के 18 साल का होने तक 50 लाख रुपये का फंड जुटाना चाहते हैं और आप सालाना 12 फीसदी रिटर्न की उम्मीद करते हैं:
| निवेश शुरू करने का समय | निवेश की अवधि | मासिक निवेश की राशि |
|---|---|---|
| बच्चे के जन्म के समय | 18 साल | ₹6,598 |
| बच्चे के 6 साल का होने पर | 12 साल | ₹15,671 |
यह साफ दिखाता है कि बच्चे के जन्म के समय निवेश शुरू करने से आपको 6 साल की उम्र में शुरू करने की तुलना में आधी से भी कम मासिक राशि लगानी पड़ती है। यानी, जल्दी निवेश शुरू करने से कंपाउंडिंग को ज्यादा समय मिलता है और आप पर वित्तीय बोझ कम पड़ता है।
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| फंड का नाम | सालाना रिटर्न (CAGR) |
|---|---|
| आईसीआईसीआई प्रू | 15.58% |
| टाटा | 12.87% |
| बिड़ला बाल भविष्य | 11.29% |
| यूटीआई | 10.42% |
| एक्सिस | 10.38% |