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दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट ने प्राकृतिक गैस की कीमत तय करने के लिए एक नए फॉर्मूले को मंजूरी दे दी है। इसलिए सीएनजी-पीएनजी के दाम बाजार भाव से सस्ते होंगे। इससे ग्राहकों की जेब पर भार नहीं पड़ेगा। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद कई यूज़र्स ने सीएनजी का रुख किया था। इसका असर सीएनजी खरीदारों की संख्या पर पड़ा। केंद्र सरकार ने अब कंपनियों से देश भर में पीएनजी पहुंचाने के लिए दस्तावेज जमा करने को कहा है। यह प्रयोग इसलिए किया जाएगा क्योंकि घरेलू गैस सिलेंडर के दाम बढ़ रहे हैं।
इस नए फॉर्मूले के अनुसार, प्राकृतिक गैस की कीमतें भारतीय कच्चे तेल की कीमतों पर आधारित होंगी।अब तक, दुनिया के चार प्रमुख गैस व्यापारिक केंद्रों के माध्यम से घरेलू प्राकृतिक गैस की कीमतों पर बातचीत की जाती थी। हेनरी हब, अल्बेना, नेशनल बैलेंसिंग पॉइंटर (यूके) और रस गैस की कीमतों के आधार पर निर्धारित किए जाते हैं। इस फैसले से शनिवार से सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में गिरावट आएगी। पीएनजी की कीमतों में 10% तक की गिरावट आएगी। तो सीएनजी की कीमतों में करीब 6 से 9% की गिरावट आएगी।
बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट के फैसले की जानकारी दी। इसने पेट्रोलियम मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में आने वाले इस फार्मूले के बारे में जानकारी दी। इसके मुताबिक कैबिनेट ने सीएनजी-पीएनजी की दरें तय करने के फॉर्मूले को मंजूरी दे दी है।