अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (सौजन्य :- सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : उद्योगपति गौतम अदाणी का अदाणी पावर ग्रुप जो लगातार देश और विदेशों में भी बिजली सप्लाई करता है। ये समूह जो पड़ोसी देश बांग्लादेश में भी बिजली सप्लाई करता है। बांग्लादेश पावर बोर्ड ने अदाणी पावर को निरंतर बिजली आपूर्ति के लिए 173 मिलियन डॉलर यानी 1,450 करोड़ रुपये से ज्यादा का नया लेटर ऑफ क्रेडिट यानी एलसी जारी किया है।
यह कदम अदाणी पावर द्वारा 843 मिलियन डॉलर यानी 7,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के बकाया भुगतान को लेकर बिजली आपूर्ति में आधी कटौती करने और इस सप्ताह आपूर्ति बंद करने की धमकी देने के बाद उठाया गया है। यह तीसरा एलसी है जो बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड यानी बीपीडीबी ने अदाणी पावर को प्रदान किया है। बांग्लादेश के कृषि बैंक ने एलसी दिया है और आईसीआईसीआई बैंक भारत में इसका समकक्ष है।
इस घटनाक्रम से अवगत एक अधिकारी ने कहा कि पहले के एलसी बिजली खरीद समझौते के अनुरूप नहीं थे।अदाणी पावर झारखंड के गोड्डा में अपने कोयला आधारित संयंत्र से बांग्लादेश को लगभग 1,600 मेगावाट बिजली की आपूर्ति करती है।
इसकी लगभग 800 मेगावाट की 2 यूनिट्स हैं। घटनाक्रम से अवगत एक अधिकारी ने कहा है कि अदाणी पावर ने बीपीडीबी से 15-20 मिलियन डॉलर का अतिरिक्त भुगतान मांगा है, जिसके न होने पर कंपनी 800 मेगावाट की पहली इकाई को फिर से चालू नहीं करेगी, जिसे उसने पिछले सप्ताह बंद कर दिया था। अदाणी पावर ने ईमेल से पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया। कंपनी बांग्लादेश की बिजली की 10% ज़रूरतों को पूरा करती है।
बीपीडीबी के साथ 25 साल का बिजली खरीद समझौता यानी पीपीए 2015 में हस्ताक्षरित किया गया था। उद्योग के एक अधिकारी ने कहा है कि बांग्लादेश को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ से लोन मिलने के कारण बीपीडीबी से भुगतान धीरे-धीरे आ रहा है। अधिकारी ने कहा कि जुलाई और अक्टूबर के बीच अदाणी पावर को देय भुगतान लगभग 400 मिलियन डॉलर है और बांग्लादेश ने इसका आधे से भी कम भुगतान किया है।
अदाणी पावर को देय बिजली आपूर्ति के लिए मासिक भुगतान लगभग 95-97 मिलियन डॉलर है। अगस्त में शेख हसीना सरकार को सत्ता से बेदखल करने वाले राजनीतिक उथल-पुथल के बीच बांग्लादेश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आई। बांग्लादेश डॉलर में राजस्व उत्पन्न करने और आयातित बिजली और तेल के भुगतान के लिए इसका उपयोग करने में चुनौती का सामना कर रहा है। शेख हसीना की जगह लेने वाली अंतरिम सरकार ने मौजूदा 4.7 बिलियन डॉलर के बेलआउट पैकेज के अलावा आईएमएफ से अतिरिक्त 3 बिलियन डॉलर का ऋण मांगा है।
प्राप्तियों का भुगतान अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी ने इस सितंबर में बांग्लादेश सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस को पत्र लिखकर बिजली उत्पादक को लगभग 850 मिलियन डॉलर की प्राप्तियों के शीघ्र परिसमापन में उनके हस्तक्षेप की मांग की थी।
कंपनी ने पिछले महीने फिर से बीपीडीबी को पत्र लिखकर 30 अक्टूबर तक बकाया राशि का भुगतान करने का अनुरोध किया और चेतावनी दी कि बिलों का भुगतान न करने पर पीपीए के तहत 31 अक्टूबर तक बिजली आपूर्ति निलंबित कर दी जाएगी। अदाणी पावर के अलावा, एसईआईएल, एनटीपीसी लिमिटेड और पीटीसी इंडिया लिमिटेड भी बांग्लादेश को बिजली बेचते हैं।