बजाज फाइनेंस (सौ. सोशल मीडिया )
नई दिल्ली : भारत की सबसे बड़ी नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी यानी एनबीएफसी बजाज फाइनेंस के लिए एक बहुत ही अच्छी खुशखबरी आ रही है। बताया जा रहा है कि बजाज फाइनेंस ने इस साल अपने निवेशकों को 36 प्रतिशत रिटर्न दिया है। साल 2025 में भले ही कई इंवेस्टर्स को शेयर मार्केट में इंवेस्ट करने पर नुकसान का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन बजाज फाइनेंस के स्टॉक पर इंवेस्ट करने वाले निवेशकों की मोटी कमाई हो गई है। निफ्टी इंडेक्स में शामिल बाकी दूसरी कंपनियों को पीछे छोड़ते हुए बजाज फाइनेंस साल 2025 का स्टार ऑफ इ ईयर बनकर सामने आया है, जिसे कभी दलाल स्ट्रीट के पुराने खिलाड़ी के तौर पर देखा जाता था।
बजाज फाइनेंस ने इंवेस्टर्स को 36 प्रतिशत का तगड़ा रिटर्न देते हुए उन्हें 1.5 लाख करोड़ रुपये का प्रॉफिट कराया है। मंगलवार को कंपनी का शेयर 52-हफ्ते के नए हाई लेवल 9,393.00 रुपये पर पहुंच गया है। इसी के साथ कंपनी का वैल्यूएशन भी 6 लाख करोड़ के नजदीक है। बजाज फाइनेंस के शेयरों में जारी इस तेजी पर नजर डालते हुए एलारा कैपिटल ने लक्षित कीमत को बढ़ाकर 11,161 कर दिया है।
एलारा का ऐसा मानना है कि पर्सनल लोन में एनबीएफसी की हिस्सेदारी लगातार दिनोंदिन बढ़ रही है। पिछले डेढ़ सालों में गांव में भी इसका नेटवर्क तेजी के साथ फैला है। कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एलारा कैपिटल ने कहा है कि बजाज फाइनेंस का दायरा गोल्ड लोन, माइक्रोफाइनेंस और ट्रैक्टर लोन जैसे कई हाई ग्रोथ वाले सेक्टर में फैला हुआ है, जो कंपनी की बढ़त को और भी ज्यादा मजबूती देगा। इसे देखते हुए एलारा ने वित्त वर्ष 2024 से 2027 के दौरान बजाज फाइनेंस के लिए 25 प्रतिशत एयूएम सीएजीआर की आशंका जतायी है।
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आपको बता दें कि साल 1987 में बजाज ऑटो फाइनेंस के रूप में शुरू हुई बजाज फाइनेंस ने इससे पहले भी इंवेस्टर्स को बंपर रिटर्न दिया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2022 में इस कंपनी के शेयर की कीमत 4 रुपये थी, जो अप्रैल 2023 में बढ़कर 5,951 रुपये तक पहुंच गई है। इस दौरान, कंपनी के शेयरों ने 103.395.65 प्रतिशत से ज्यादा का रिटर्न दिया था।