जॉब (सौजन्य-सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : व्हाइट-कॉलर नौकरी ढूंढ़ने वाले युवाओं के लिए एक बुरी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि रिटेल, ऑयल एंड गैस और एजुकेशन सेक्टर्स में होने वाली भर्तियों की संख्या में भारी गिरावट आने के कारण भारत के व्हाइट कॉलर यानी ऑफिस में बैठकर काम करने वाले जॉब मार्केट में सिलेक्शन के रिजल्ट में मार्च के महीने में सालाना आधार पर 1.4 प्रतिशत की गिरावट आयी है।
बुधवार को जारी होने वाली एक रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आयी है। जॉबस्पीक इंडेक्स के आंकड़ों पर आधारित नौकरी डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में ऑफिस में बैठकर काम करने वालों की भर्ती मार्च, 2025 में पिछले साल की इसी समान अवधि की तुलना में स्थिर रही है। इस रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि इस साल मार्च,2024 की तुलना में कुछ सेक्टरों में भर्तियां कम रही है, जिनमें रिटेल सेक्टर में 13 प्रतिशत, ऑयल एंड गैस सेक्टर में 10 प्रतिशत और एजुकेशन सेक्टर में 14 प्रतिशत गिरावट शामिल है।
सूचना प्रौद्योगिकी यानी आईटी सेक्टर में 3 प्रतिशत की गिरावट देखी गई, जो मार्च, 2024 में 16 प्रतिशत सिकुड़न से सुधार को दर्शाता है। दिलचस्प बात यह है कि आईटी के अंतर्गत, उभरती टेक्नोलॉजी उप-क्षेत्र जिसमें क्रिप्टो और ब्लॉकचेन जैसी टेक्नोलॉजीज में काम करने वाली कंपनियां शामिल हैं, इसमें 36 प्रतिशत की बढ़त देखी गई। साथ ही, आईटी स्टार्टअप ने भी मार्च 2025 में 11 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की है। नौकरी जॉबस्पीक एक मंथली इंडेक्स है जो नौकरी डॉट कॉम पर नौकरी के लिए दर्ज आवेदकों के आंकड़ों के आधार पर रिक्रूटर्स द्वारा नई नौकरी की लिस्टेड और नौकरी से संबंधित खोजों के आधार पर इंडियन जॉब मार्केट और नियुक्ति गतिविधियों की जानकारी देता है।
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जनरेटिव एआई इंडियन कंपनियों के लिए महज चर्चा का विषय न होकर तेजी से एक महत्वपूर्ण व्यावसायिक अनिवार्यता हो गई है और ज्यादातर कारोबारी दिग्गज आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई को प्राथमिकता दे रहे हैं। एक रिपोर्ट में यह आकलन पेश किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत में लगभग 54 प्रतिशत मानव संसाधन यानी एचआर प्रोफेशनल्स ने नौकरी के लिए आने वाले एप्लीकेशन में से केवल आधे या उससे भी कम आवेदकों के पास सभी जरूरी एवं पसंदीदा योग्यताएं होने की बात कही है। एचआर प्रोफेशनल्स के लिए सही तकनीकी कौशल 61 प्रतिशत और लोगों से जुड़ने का कौशल यानी सॉफ्ट स्किल यानी 57 प्रतिशत वाले उम्मीदवारों को ढूंढना सबसे बड़ी चुनौती है।