Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़
  • वायरल
  • अन्य
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • करियर
    • धर्म
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • TVK Rally Stampede |
  • Shardiya Navratri |
  • Asia Cup 2025 |
  • Bihar Assembly Elections 2025 |
  • Weather Update |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

बराबर बंटवारा..टेलीकॉम भी मिला, फिर क्यों बर्बाद हुए अनिल और बादशाह बन गए मुकेश?

Anil Ambani and Mukesh Ambani: जब धीरूभाई अंबानी की संपत्ति का बंटवारा हुआ था तब मुकेश और अनिल को बराबर दौलत मिली थी। फिर ऐसा क्या हुआ कि अनिल दिवालिया होने की कगार पर आ गए और मुकेश बढ़ते गए..

  • By अभिषेक सिंह
Updated On: Jul 27, 2025 | 01:10 PM

अनिल अंबानी व मुकेश अंबानी (डिजाइन फोटो)

Follow Us
Close
Follow Us:

Anil Ambani Downfall Story: कभी दुनिया के 10 अरबपतियों में शुमार होने वाले मशहूर बिजनेस मैन अनिल अंबानी की हालत दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है। एक तरफ एक-एक कर डूबती कंपनियां डूबती जा रही हैं और अनिल कर्ज के तले तबे हुए हैं, तो दूसरी तरफ ईडी ने भी उन्हें रडार पर ले लिया है।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तीन दिन लगातार उनके घर से लेकर दफ्तर तक छापेमारी की। जानकारी के मुताबिक ईडी का ये एक्शन 3 हजार करोड़ रुपये के बैंक लोन घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा हुआ है। ईडी की कार्रवाई के बीच चर्चा है कि आखिर अनिल अंबानी के साथ ऐसा क्या हुआ कि वह अर्श से फर्श पर आ गिरे?

यह चर्चा इसलिए है क्योंकि जब धीरूभाई अंबानी की संपत्ति का बंटवारा हुआ था तब मुकेश और अनिल को बराबर दौलत मिली थी। इसके बाद भी कुछ सालों तक अनिल अंबानी मुकेश से आगे रहे। फिर ऐसा क्या हुआ कि अनिल दिवालिया होने की कगार पर आ गए? तो चलिए जानते हैं…

कहां से हुई कहानी की शुरुआत?

रिलायंस में मुकेश अंबानी 1981 में और अनिल अंबानी 1983 में शामिल हुए। वहीं, जुलाई 2002 में धीरूभाई अंबानी के निधन के बाद, मुकेश अंबानी रिलायंस समूह के अध्यक्ष बने। अनिल प्रबंध निदेशक बने। मुकेश और अनिल के बीच झगड़ा पहली बार नवंबर 2004 में सामने आया और जून 2005 में दोनों अलग हो गए।

बंटवारे के समय कितनी थी संपत्ति?

मार्च 2005 में, मुकेश और अनिल की संयुक्त कुल संपत्ति 7 अरब डॉलर थी। उससे पहले, 2004 में, दोनों की संयुक्त कुल संपत्ति 6 अरब डॉलर थी। जबकि, 2003 में यह केवल 2.8 अरब डॉलर थी। इसका मतलब है कि कारोबार संभालने के दो साल के भीतर ही मुकेश और अनिल की कुल संपत्ति ढाई गुना बढ़ गई थी। मुकेश और अनिल की कुल संपत्ति ऐसे समय में बढ़ी थी जब धीरूभाई अंबानी की कुल संपत्ति लगातार दो साल से घट रही थी।

2002 में टेलीकॉम सेक्टर में एंट्री

साल 2002 की बात है। उस समय दोनों भाई साथ थे। धीरूभाई अंबानी भी साथ थे। उस समय, रिलायंस समूह ने रिलायंस इन्फोकॉम के साथ दूरसंचार उद्योग में प्रवेश किया था। उस समय फ़ोन पर बात करना महंगा था। उस समय, रिलायंस ने ग्राहकों को कम कीमत पर वॉयस कॉलिंग की सुविधा प्रदान की। कंपनी ने ‘कर लो दुनिया मुट्ठी में’ का नारा दिया।

मुकेश अंबानी व अनिल अंबानी (सोर्स- सोशल मीडिया)

लेकिन, धीरूभाई के निधन के बाद, रिलायंस इन्फोकॉम छोटे भाई अनिल के हिस्से में आ गई। यह वह समय था जब मोबाइल फ़ोन का बाज़ार तेज़ी से बढ़ रहा था। लेकिन, दोनों भाइयों के बीच एक समझौता हुआ और वह समझौता यह था कि मुकेश ऐसा कोई व्यवसाय शुरू नहीं करेंगे जिससे अनिल को नुकसान हो। यह समझौता भी 2010 में समाप्त हो गया।

2010 में शुरू हुआ असली खेल

2010 में ही रिलायंस इंडस्ट्रीज ने इन्फोटेल ब्रॉडबैंड सर्विस लिमिटेड (IBSL) में 95% हिस्सेदारी 4,800 करोड़ रुपये में खरीदी थी। IBSL देश की पहली और इकलौती कंपनी थी, जिसने देश के सभी 22 ज़ोन में 4G ब्रॉडबैंड स्पेक्ट्रम फैलाया। बाद में इसका नाम ‘रिलायंस जियो’ रखा गया। 2016 तक छोटे भाई अनिल की रिलायंस इन्फोकॉम कंपनी की बाजार हिस्सेदारी भी 8% से ज़्यादा थी।

टेलीकॉम सेक्टर में जियो का जलवा

लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, प्राइस वॉर के चलते अनिल की कंपनी के ग्राहक घटते गए और मुकेश की कंपनी के ग्राहक बढ़ते गए। मई 2025 में ट्राई की रिपोर्ट के अनुसार, जियो के 47.24 करोड़ से ज़्यादा ग्राहक हैं। जबकि अनिल अंबानी की रिलायंस के ग्राहकों की संख्या अब 15 हज़ार भी नहीं है।

75 हजार करोड़ से ज्यादा कर्ज

आज स्थिति यह है कि अनिल अंबानी दिवालिया होने की कगार पर हैं। दूसरी ओर, मुकेश अंबानी अपनी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज को कर्ज मुक्त कर चुके हैं। 31 मार्च 2020 तक रिलायंस इंडस्ट्रीज पर 1.61 लाख करोड़ रुपये से ज़्यादा का कर्ज था, लेकिन अब उनकी कंपनी पर कोई कर्ज नहीं है। जबकि, अनिल अंबानी पर 75 हज़ार करोड़ रुपये से ज़्यादा का कर्ज है।

अब कितनी है दोनों की नेटवर्थ?

वर्तमान में फोर्ब्स के मुताबिक मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति करीब 105 बिलियन डॉलर यानी तकरीबन 9.7 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है। वहीं दूसरी तरफ अनिल अंबानी की मौजूदा नेट वर्थ 3 बिलियन डॉलर यानी करीब 2.6 लाख करोड़ रुपए बची है। अब वह अरबपतियों की लिस्ट में भी नहीं है। जबकि 2008 में वह फोर्ब्स अरबपतियों की सूची में 6वें पायदान पर थे।

यह भी पढ़ें: आखिर क्यों फंसते जा रहे हैं अनिल अंबानी? तीसरे दिन भी जारी ED छापेमारी

अनिल अंबानी का अधिकांश साम्राज्य या तो ध्वस्त हो चुका है या उसका आकार काफी कम हो गया है। जबकि बड़े भाई मुकेश अंबानी एशिया के सबसे अमीर आदमी हैं, लेकिन अनिल का पतन इस बात की याद दिलाता है कि उधार के पैसों और अनियंत्रित महत्वाकांक्षा पर बनी सफलता भी उतनी ही जल्दी गायब हो सकती है।

Anil vs mukesh ambani equal split to empire why one rose other fell

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Jul 27, 2025 | 10:46 AM

Topics:  

  • Anil Ambani
  • Business News
  • Mukesh Ambani
  • Reliance

सम्बंधित ख़बरें

1

2024 में सबसे तेजी से बढ़ा भारतीय परिवारों का वेल्थ, बीते 8 साल का टूटा रिकॉर्ड; रिपोर्ट

2

शेयर बाजार में गिरावट का असर, टॉप-10 कंपनियों का मार्केट कैप ₹2.99 लाख करोड़ घटा; TCS को तगड़ा झटका

3

Share Market: घरेलू शेयर बाजार से भाग रहे FPI, बीते हफ्ते निकाले ₹16,422 करोड़; आखिर क्या है वजह

4

Share Market Outlook: सोमवार को कैसा रहेगा शेयर बाजार, ये फैक्टर्स तय करेंगे मार्केट की चाल

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.