गौतम अडाणी, (चेयरमैन, अडाणी ग्रुप)
नवभारत डेस्क: देश के सबसे अमीर उद्योगपतियों की सूची में शामिल गौतम अडाणी का आज जन्मदिन है। 24 जून, 1962 को गुजरात के अहमदाबाद में एक जैन परिवार में उनका जन्म हुआ था। उनके पिता शांतिलाल अडाणी एक छोटे कपड़ा व्यापारी थे। अपने शुरुआती दिनों में उन्होंनें महेंद्र ब्रदर्स के लिए हीरा सॉर्टर के रूप में काम करने के लिए 1978 में मुंबई चले गए। इसके बाद 1981 में अडाणी ने अहमदाबाद में अपने बड़े भाई की प्लास्टिक यूनिट का मैनेजमेंट किया, जो पॉलीविनाइल क्लोराइड (PVC) आयात के माध्यम से वैश्विक व्यापार में उनकी एंट्री हुई और 1988 में अडाणी समूह की स्थापना की।
गौतम अडाणी एक भारतीय अरबपति व्यवसायी हैं , जो भारत में पोर्ट्स डेवलपमेंट और ऑपरेशन से जुड़े मल्टीनेशनल ग्रुप अडाणी समूह के संस्थापक और अध्यक्ष हैं। मई 2025 तक अडाणी 60.3 बिलियन डॉलर की कुल संपत्ति के साथ एशिया में तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति और दुनिया में 25वें स्थान पर हैं। वहीं, साल 2022 में, टाइम्स मैगजीन ने उन्हें दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में शामिल किया था।
अडाणी को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी सरकार का करीबी बताया जाता है। जिसको लेकर उनपर क्रोनिज्म के आरोप लगे हैं। जनवरी 2023 में, अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग एक्टिविस्ट फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडाणी पर स्टॉक हेरफेर और धोखाधड़ी का आरोप लगाया। जनवरी 2024 में, सुप्रीम कोर्ट ने हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों से उत्पन्न अडाणी समूह के स्टॉक विवाद को हल किया और एसआईटी या सीबीआई जांच के अनुरोध को खारिज कर दिया। अक्टूबर 2023 तक, अडानी की संपत्ति $54.2 बिलियन आंकी गई है और फोर्ब्स रियल टाइम बिलियनेयर्स सूची में 23वें स्थान पर रहे थे।
इसके साथ ही 20 नवंबर 2024 को, न्यूयॉर्क के ब्रुकलिन में अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय द्वारा आपराधिक अभियोग में अडाणी और उनके करीबियों पर रिश्वतखोरी के पांच आपराधिक मामलों में आरोप लगाए गए। अडाणी पर आरोप है कि उन्होंने आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, जम्मू और कश्मीर और तमिलनाडु में कॉन्ट्रैट हासिल करने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को 250 मिलियन डॉलर से अधिक की रिश्वत दी।
गौतम अडाणी ने 1986 में डेंटिस्ट प्रीति वोरा से शादी की और उनके दो बेटे हैं, करण और जीत। प्रीति अडाणी समूह की चैरिटेबल विंग अडाणी फाउंडेशन की अध्यक्ष हैं। करण अडाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड के सीईओ हैं। जीत अडाणी एयरपोर्ट्स व्यवसाय और अडाणी डिजिटल लैब्स का नेतृत्व करते हैं।
जनवरी 1998 में, अडाणी और उनके सहयोगी शांतिलाल पटेल को कथित तौर पर फिरौती के लिए अगवा कर लिया गया और बंधक बना लिया गया। दो पूर्व गैंगस्टर फजल-उर-रहमान और भोगीलाल दर्जी पर अपहरण का आरोप लगाया गया था। 2018 में एक भारतीय अदालत ने उन्हें बरी कर दिया, जब अडाणी और पटेल अदालत द्वारा कई समन के बावजूद गवाही देने के लिए नहीं आए।
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वहीं, 26 नवंबर 2008 को रात 9:50 बजे जब अडाणी मुंबई के ताज पैलेस होटल के रेस्तरां में दुबई पोर्ट्स के सीईओ के साथ डिनर कर रहे थे, तभी होटल पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया। आतंकवादी उनसे सिर्फ़ 15 फ़ीट की दूरी पर थे। अडाणी होटल की किचेन में और बाद में वॉशरूम में छिप गए और अगले दिन सुबह 08:45 बजे सुरक्षित बाहर आ गए।