कॉन्सेप्ट फोटो (सोर्स- सोशल मीडिया)
पटना: लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव इन दिनों अपने रिलेशनशिप को लेकर सुर्खियों में हैं। शनिवार को उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट से एक पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने अनुष्का यादव नाम की लड़की से अपनी 12 साल पुरानी दोस्ती का जिक्र किया और एक तस्वीर भी शेयर की।
यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई। विवाद बढ़ने पर तेज प्रताप ने सफाई दी कि उनका फेसबुक अकाउंट हैक हो गया था और उन्होंने यह पोस्ट नहीं की। रविवार को उनके पिता लालू प्रसाद यादव ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया। साथ ही परिवार में उनकी कोई भूमिका नहीं रहेगी।
जाहिर है इस साल के अंत में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं। तेज प्रताप पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते थे, इसलिए लालू यादव को ये कड़े फैसले लेने पड़े। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब तेज प्रताप यादव की वजह से लालू परिवार को परेशानी का सामना करना पड़ा हो। इससे पहले भी वह अपनी हरकतों से कई बार परिवार और पार्टी को मुश्किल में डाल चुके हैं।
तेज प्रताप यादव का पहला और सबसे बड़ा विवाद उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय से जुड़ा है। साल 2018 में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा राय की पोती ऐश्वर्या राय तेज प्रताप का विवाह हुआ। लेकिन कुछ ही महीने बाद नवंबर 2018 में उन्होंने कोर्ट में तलाक की अर्जी दाखिल कर दी। यह मामला अभी भी कोर्ट में लंबित है।
तलाक का मामला कोर्ट में होने के बावजूद तेज प्रताप ने फेसबुक पोस्ट के जरिए अपने 12 साल पुराने प्यार की कहानी सार्वजनिक की। इस खुलासे के बाद कई लोगों ने सवाल उठाया कि अगर वे पहले से रिलेशनशिप में थे तो ऐश्वर्या से शादी करके उनकी जिंदगी क्यों बर्बाद की गई?
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबी और पार्टी के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह के साथ तेज प्रताप यादव की तनातनी लंबे समय तक सुर्खियों में रही। साल 2021 में तेज प्रताप ने आरजेडी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के खिलाफ सार्वजनिक तौर पर मोर्चा खोल दिया था। दोनों नेताओं के बीच टकराव इतना बढ़ गया कि मामला पार्टी के शीर्ष नेतृत्व तक पहुंच गया और आखिरकार खुद लालू प्रसाद यादव को हस्तक्षेप करना पड़ा।
तेज प्रताप यादव के साथ आकाश यादव (सोर्स- सोशल मीडिया)
यह विवाद उस वक्त शुरू हुआ जब जगदानंद सिंह ने तेज प्रताप यादव के समर्थक आकाश यादव को पार्टी की स्टूडेंट विंग छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर गगन यादव को यह जिम्मेदारी सौंप दी। गगन को तेजस्वी का करीबी माना जाता है, जिसके चलते तेजप्रताप नाराज थे। दिलचस्प बात यह है कि पिछले दिनों तेजप्रताप के फेसबुक पोस्ट में जिस लड़की की तस्वीर वायरल हुई, वह आकाश यादव की बहन अनुष्का बताई जा रही है।
इस साल होली के दिन तेज प्रताप यादव का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वे पटना की सड़कों पर बिना हेलमेट के स्कूटी चलाते हुए दिखाई दिए। इस दौरान वे बिहार के सीएम नीतीश कुमार के आवास के बाहर पहुंचे और हूटिंग करते हुए कहा, ‘पलटू चाचा कहां हैं?’ इस व्यवहार के लिए तेज प्रताप की काफी आलोचना हुई थी। ट्रैफिक नियम तोड़ने के लिए उनके खिलाफ चालान भी काटा गया था।
#WATCH | Bihar’s former health minister & RJD leader Tej Pratap Yadav took a scooty ride earlier today from outside of the CM’s residence in Patna while celebrating #Holi pic.twitter.com/WIysHInGCn — ANI (@ANI) March 15, 2025
साल 2025 में होली के दिन तेज प्रताप यादव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वो एक सिपाही से मजाक-मजाक में कहते नजर आए थे कि ‘ओ सिपाही नाचो वरना सस्पेंड हो जाओगे।’ यह वीडियो वायरल होने के बाद तेज प्रताप खूब लताड़े गए। लोगों का कहना था कि सत्ता में न होने के बावजूद उनमें पद का अहंकार और घमंड साफ दिखाई देता है। हालांकि, इसी वीडियो में तेज प्रताप ‘बुरा न मानो होली है’ कहते भी सुने गए थे, जिससे उन्होंने इसे होली की मस्ती बताने की कोशिश की थी।
‘मेरे इशारे पर नाचो, नहीं तो सस्पेंड हो जाओगे’ – आरजेडी के तेज प्रताप यादव ने बिहार के एक पुलिसकर्मी से पटना में अपने घर पर नाचने को कहा यह तब है जब वे बिहार में विपक्ष में हैं। कल्पना कीजिए कि लालू के समय में जंगल राज कैसा होता था या जब वे सत्ता में होंगे pic.twitter.com/79ewAwkqxK — कल्पना श्रीवास्तव 🇮🇳 (@Lawyer_Kalpana) March 15, 2025
विधानसभा के अंदर भी तेजप्रताप यादव के तेवर कई बार चर्चा में रहे हैं। उन्हें अक्सर गुस्से और धमकी भरे अंदाज में देखा जाता है। एक बार तेजस्वी यादव से किसी मुद्दे पर तीखी बहस हो गई थी, तब तेजप्रताप इतने गुस्से में आ गए थे कि ऐसा लगा जैसे अभी मारपीट करेंगे।
तेजप्रताप को पार्टी से निकालने पर सियासत तेज, ऐश्वर्या का नाम लेकर JDU ने लालू पर कसा तंज
साल 2022 में तेजप्रताप ने विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा से ‘दो मिनट अकेले में’ मिलने की बात कहकर ‘निजी मामला’ का हवाला दिया था, जिसकी खूब चर्चा हुई थी। इससे पहले भी 2018 में वह पार्टी कार्यकर्ता से बदसलूकी करने को लेकर विवादों में आ गए थे। उनका आक्रामक तेवर बार-बार सुर्खियों में रहा है।