राजद सांसद मनोज झा (फोटो- सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद मनोज झा ने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री के उस बयान पर पलटवार करते हुए हमला बोला है, जिसमें उन्होंने पटना में आयोजित सनातन महाकुंभ कार्यक्रम में कहा था कि अगर भारत हिंदू राष्ट्र बना तो पहला राज्य बिहार ही होगा। मनोज ने कहा कि हम संविधान में आस्था रखने वाले लोग हैं।
राजद सांसद मनोज झा ने धीरेंद्र शास्त्री को जवाब देते हुए कहा कि हम लोग संविधान में आस्था रखने वाले हैं। हम बाबा साहेब अंबेडकर, महात्मा गांधी और पंडित नेहरू का सम्मान करते हैं। भारत एक बहुधार्मिक, बहुभाषी और विविध सांस्कृतिक परंपराओं वाला देश है। हमारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा है, जो इस एकता में विविधता का प्रतीक है।
झा ने ब्रिक्स सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आतंकवाद पर “दोहरे मापदंड बर्दाश्त नहीं होंगे” वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह अच्छा है कि प्रधानमंत्री ने आतंकी हमलों का जिक्र किया, क्योंकि इसकी लंबे समय से जरूरत महसूस की जा रही थी। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ स्पष्ट और ठोस रुख अपनाना जरूरी है। उन्होंने बिहार में मतदाता सूची संशोधन विवाद को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने विपक्षी दलों की सुप्रीम कोर्ट में दी गई चुनौती पर इसे “सामूहिक चिंता” बताया।
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि हर गरीब, वंचित और हाशिए पर मौजूद व्यक्ति की चिंता का विषय है, जिन्हें मताधिकार से वंचित करने की आशंका है। उन्होंने सवाल उठाया कि प्रमाण पत्रों की विश्वसनीयता कितनी है, यह सब जानते हैं। सांसद ने यह भी कहा कि 22 वर्षों बाद चुनाव आयोग बिहार में मतदाता सूची का पुनरीक्षण कर रहा है, लेकिन इसके लिए मांगे गए 11 दस्तावेज कई लोगों के लिए चिंता का कारण बन सकते हैं। बिहार से बाहर काम करने वाले लाखों लोग 25 दिनों में आवश्यक प्रक्रिया कैसे पूरी करेंगे, यह बड़ा सवाल है।
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उन्होंने कहा कि हमें सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा है कि वह सही फैसला करेंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को भी यह समझना चाहिए कि उनका काम निष्पक्ष चुनाव कराना है, न कि संदिग्धता तय करना। 9 जुलाई को विपक्षी दल इसी मुद्दे को लेकर चक्का जाम करने की घोषणा कर चुके हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)