सांकेतिक तस्वीर
Bihar Assembly Election 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले फेज की वोटिंग खत्म हो गई है। सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक 64.46 फीसदी वोटिंग हुई है। जो कि पिछली बार से 7.50% ज्यादा वोटिंग हुई है। वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में 56.9 फीसदी वोटिंग हुई थी। इस बार महिलाओं की भागीदारी ज्यादा रही।
जिसकी वजह से कई प्रकार की चर्चा शुरू हो गई है। सीनियर पत्रकार लव कुमार कहते हैं कि 10 हजार की स्कीम एनडीए की कोर महिला वोटरों में जोश भरने का काम किया है। सरकार ने चुनाव से ठीक पहले डेढ़ करोड़ महिलाओं के हाथ में 10 हजार रुपये दे दिए थे। यह उसी का असर है। हालांकि अभी तक का ट्रेंड रहा है कि बंपर वोटिंग होने पर सरकार बदल जाती है।
बिहार में करीब करीब 40 फीसदी महिला वोटरों है। चुनाव के जानकार विनोद कुमार कहते हैं कि बिहार सरकार ने डेढ़ करोड़ महिला वोटरों को 10 हजार दिए थे। इससे उन्होंने करीब साढ़े चार करोड़ (प्रति परिवार चार सदस्य मानें तो) वोटरों को साध लिया है। अगर सरकार का यह जादू चल गया है तो बिहार में बंपर वोटिंग का यह बड़ा कारण है। जो कि एनडीए के कोर वोट ग्रुप में वोटिंग के लिए जोश भरने जैसा है। महिलाओं के वोट प्रतिशत की पीएम मोदी बिहार के भागलपुर और अररिया की सभा मे भी किए थे।
जिससे ऐसा लग रहा है कि 10 हजार का बिहार में जादू चल गया है। 06 नवंबर को इसका जमीन पर भी असर दिखा। पिछले चुनाव (2020) में 167 सीटों पर महिलाओं ने बंपर वोटिंग की थी। इसमें से 99 सीटों पर एनडीए जीती थी। जहां पुरुषों के बंपर वोट पड़े थे, वहां एनडीए उम्मीदवार पीछे थे। ऐसी 26-27 सीटें ही एनडीए के खाते में आई थीं।
नीतीश कुमार की बिहार की महिला वोटरों के बीच बहुत पुरानी पैठ है। इसकी बानगी नीतीश के पिछले कार्यकाल 2005, 2010,2015 और 2020 में दिख चुका है। 2005 में जब नीतीश कुमार के हाथ में पहली बार बिहार की कमान आई तो उन्होंने लड़कियों के बीच साइकिलें बांटीं। राज्य की कानून व्यवस्था को दुरुस्त किया और शराबबंदी जैसे कदम उठाकर महिलाओं के बीच अपनी पैठ बढ़ायी। उनकेइस फैसले से ही उनकी महिलाओं के बीच लोकप्रियता बढ़ी। अगर बिहार के संदर्भ में देखें तो नीतीश कुमार की लोकप्रियता महिला वोटरों में पीएम मोदी से भी ज्यादा है।
बिहार मे पहले चरण के चुनाव के बाद एक बार फिर से 10 हजार की स्कीम की बड़ी चर्चा हो रही है। बिहार सरकार ने महिलाओं को 10 हजार रूपया अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए दिया है। यह पैसा वापस नहीं करन है। जो महिला इस पैसा का लाभ लेकर अपना कारोबार बड़ा करती है तो सरकार उन महिलाओं को दो लाख रूपये तक देने का वादा किया है। सरकार का यह स्किम कारगर होता दिख रहा है। हालांकि कुछ दिन पहले हुए एक सर्वे में महिला वोटरों के मामले में नीतीश को तेजस्वी पर 32 पर्सेंट की बढ़त हासिल है।