असदुद्दीन औवैसी और तेजस्वी यादव, फोटो- सोशल मीडिया
Bihar Assembly Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का प्रचार थम चुका है और 6 नवंबर को वोटिंग होगी। मुस्लिम बहुल सीमांचल इलाका चर्चा में है, जहां असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने 32 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। महागठबंधन में शामिल होने की इच्छा पूरी न होने पर, AIMIM नेता ने राजद प्रमुख तेजस्वी यादव को कड़ी चेतावनी दी है।
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को होने वाला है। इन चुनावों के दौरान सीमांचल का मुस्लिम बहुल इलाका मुख्य रूप से चर्चा में रहा है। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM बिहार में कुल 32 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है, और उसके 90 फीसदी से अधिक उम्मीदवार मुस्लिम बहुल क्षेत्रों से ही हैं।
AIMIM पहले बिहार के महागठबंधन में शामिल होना चाहती थी। इसके लिए पार्टी ने राजद प्रमुख लालू यादव और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को पत्र भी लिखे थे, लेकिन उन्हें किसी तरह का कोई जवाब नहीं मिला।
AIMIM के नेता शोएब जमई ने एक डिबेट के दौरान तेजस्वी यादव और कांग्रेस को खुली चेतावनी दी। उन्होंने अपनी चेतावनी में महाभारत का उदाहरण दिया। जमई ने कहा कि जिस प्रकार पांडवों ने कौरवों से पांच गांव मांगे थे और नहीं दिए गए, तो महाभारत हुआ था। इसी प्रकार, हमने भी महागठबंधन से केवल 6 सीटें मांगी थीं, जो हमें नहीं मिलीं, “लेकिन अब 36 देकर चुकाएंगे”। यह चेतावनी 4 नवंबर, 2025 को जारी की गई।
सीमांचल इलाका मुस्लिम बहुल है और यहां कुल 24 विधानसभा सीटें आती हैं। इस इलाके में मुसलमान वोट बैंक को परंपरागत रूप से महागठबंधन का माना जाता है। हालांकि, जब से ओवैसी की पार्टी इस क्षेत्र में आई है, उन्हें भी अच्छी संख्या में मुस्लिम वोट मिलते रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, AIMIM के उम्मीदवार महागठबंधन के वोट बैंक में सेंध लगाकर उन्हें नुकसान पहुंचा सकते हैं।
शोएब जमई ने तेजस्वी यादव पर व्यक्तिगत रूप से निशाना साधते हुए उन्हें चुनौती भी दी। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने कथित तौर पर ओवैसी साहब के कपड़े और चेहरे को देखकर कहा था कि वह एक्सट्रीमिस्ट (Extremist) लगते हैं। जमई ने तेजस्वी यादव को चुनौती देते हुए कहा कि वह ‘एक्सट्रीमिस्ट’ शब्द अंग्रेजी में लिखकर दिखा दें, तो मैं मान जाऊंगा।
यह भी पढ़ें: 2135 बूथों पर 1 घंटा कम होगी वोटिंग, पहले चरण की 6 सीटों पर ECI का बड़ा फैसला, जानें कारण
2020 के पिछले विधानसभा चुनाव में भी ओवैसी की पार्टी ने सीमांचल में 20 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। उस चुनाव में AIMIM के पांच उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी, जिससे उनका स्ट्राइक रेट 25 फीसदी रहा था। हालांकि, बाद में ओवैसी के इन जीते हुए पांच में से चार विधायक आरजेडी (RJD) में शामिल हो गए थे।