Car tyre को लेकर इन बातों का रखें ध्यान। (सौ. Freepik)
नवभारत ऑटोमोबाइल डेस्क: किसी भी गाड़ी की बेहतरीन परफॉर्मेंस के लिए उसके इंजन और अन्य पार्ट्स के साथ-साथ टायर का सही कंडीशन में होना बेहद जरूरी है। यदि टायर खराब हालत में हो, तो वाहन की ड्राइविंग क्षमता प्रभावित हो सकती है और यह हादसों का कारण बन सकता है। इसलिए, टायर की नियमित जांच और देखभाल करना बेहद जरूरी है। आज हम आपको टायर की खराब स्थिति के संकेतों के बारे में बताएंगे, ताकि आप समय रहते सावधानी बरत सकें।
अगर आप महसूस कर रहे हैं कि ड्राइविंग के दौरान टायर बहुत ज्यादा गर्म हो रहे हैं, तो यह खतरे का संकेत हो सकता है। अत्यधिक गर्मी का कारण एयर प्रेशर का असंतुलित होना या टायर की खराब गुणवत्ता हो सकता है। यह स्थिति टायर फटने (ब्लास्ट) का कारण बन सकती है।
यदि टायर बार-बार हवा छोड़ रहा है या उसका दबाव तेजी से कम हो रहा है, तो इसका मतलब है कि उसमें किसी प्रकार का लीकेज हो सकता है। इसे नजरअंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है और लंबे सफर के दौरान परेशानी खड़ी कर सकता है।
टायर की सतह पर दरारें, कटे-फटे निशान या घिसाव के संकेत मिल रहे हैं, तो समझ लें कि टायर बदलने का समय आ गया है। घिसे हुए टायर से सड़क पर पकड़ (ग्रिप) कमजोर हो जाती है, जिससे वाहन के फिसलने की संभावना बढ़ जाती है।
यदि गाड़ी चलाते समय टायर से रगड़ने, घिसने या किसी अन्य असामान्य आवाज़ आ रही है, तो यह भी टायर की खराब स्थिति का संकेत हो सकता है।
अगर टायर की सतह पर कोई उभार (बुलबुला) दिखता है, तो इसे बिल्कुल नजरअंदाज न करें। यह टायर की बाहरी परत कमजोर होने का संकेत है, जो किसी भी समय टायर फटने का कारण बन सकता है।
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नियमित रूप से टायर प्रेशर की जांच करना बेहद जरूरी है। कम टायर प्रेशर से टायर जल्दी गर्म हो जाते हैं और इससे फटने का जोखिम बढ़ जाता है।
अगर आपको गाड़ी चलाते समय यह महसूस हो कि सड़क पर टायर की ग्रिप कमजोर हो गई है, तो तुरंत टायर बदलना सही रहेगा। कमजोर ग्रिप से सड़क पर वाहन का संतुलन बिगड़ सकता है।
अगर ब्रेक लगाने पर गाड़ी झटके या कंपन देने लगे, तो इसका मतलब है कि टायर की कंडीशन ठीक नहीं है। इसे तुरंत बदलने की जरूरत है।