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नई दिल्ली. आखिरकार देश को अपना आखिरी यानी 36वां फाइटर जेट राफेल (Rafale) भी अब मिल गया है। बता दें कि, साल 2016 में फ्रांस और भारत के बीच 36 राफेल को लेकर 60,000 करोड़ रुपए की डील हुई थी। इसके पहेले 35 राफेल पहले ही आ चुके हैं और अंबाला, हरियाणा और पश्चिम बंगाल के हाशिमआरा एयरफोर्स बेस में तैनात हैं। जानकारी हो कि, राफेल करीब 2,223 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है।
The last of the 36 IAF Rafale aircraft landed in India after a quick en-route mid-air refuelling from a UAE Air Force tanker aircraft after taking off from France to reach India: Indian Air Force (IAF) pic.twitter.com/UNBTyl4SCB
— ANI (@ANI) December 15, 2022
फिलहाल राफेल पश्चिम बंगाल के अंबाला, हरियाणा और हाशिमारा में तैनात हैं। गौरतलब है कि, राफेल के सभी पुर्जों और अन्य भागों को बदल दिया गया है क्योंकि इसका उपयोग विकास गतिविधियों के लिए किया जा रहा था। इस बीच, भारतीय वायु सेना ने भी विमानों को उच्चतम मानकों पर अपग्रेड करना शुरू कर दिया है और सभी भारत-विशिष्ट संवर्द्धन से लैस हैं।
बता दें कि, राफेल 4.5 जनरेशन का विमान है और इसने भारत को उन्नत रडार और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमताओं के साथ लंबी दूरी की हवा से हवा और हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों के साथ भारतीय उप-घटक आसमान पर अपना वर्चस्व हासिल करने में मदद की है। फ्रांसीसी फर्म डसॉल्ट एविएशन भी विमान के रखरखाव में शामिल है जिसकी सेवाक्षमता 75% से अधिक है।
राफेल की अन्य विशेष विशेषताओं के बारे में बताते हैं जो कि इस प्रकार हैं:
गौरतलब है कि, अब राफेल की तैनाती के बाद लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) और लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) की सुरक्षा और मजबूत और पुख्ता हो गई है। इसके साथ-साथ LAC पर भी राफेल की पूरी निगरानी है।