Pic: The Indian Express
नई दिल्ली/लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा में पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद दोबारा सत्तासीन होने जा रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नई सरकार का शपथ ग्रहण शुक्रवार की शाम चार बजे यहां भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में होगा और योगी आदित्यनाथ दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
प्रदेश की देवतुल्य जनता ने तुष्टीकरण की जंजीरों को तोड़ते हुए एक बार फिर से विकास और सुशासन की जीत को सुनिश्चित किया है। pic.twitter.com/9EaqU8Pdwv
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) March 25, 2022
20 मंत्रियों की इस बार छुट्टी
उत्तर प्रदेश (Utaar Pradesh) में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के नए मंत्रिमंडल के कयासों के बीच यहां पांच कालिदास मार्ग पर मुख्यमंत्री आवास पर जाते हुए देखे गये कुछ चुनिंदा विधायकों को लेकर यह अटकलें तेज हो गईं कि शुक्रवार की शाम को वे लोग मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। लेकिन बड़ी खबर ये भी है कि पिछली सरकार के 20 मंत्रियों की इस बार छुट्टी हो गई है। 48 विधायक मंत्री बनने जा रहे हैं। केशव मौर्य और बृजेश पाठक डिप्टी सीएम बनना तय है।
Koo Appआज मुझे उ.प्र. भाजपा के विधायक दल के नेता का पुनः दायित्व मिला है। आदरणीय प्रधानमंत्री जी, मा. राष्ट्रीय अध्यक्ष जी, मा. गृह मंत्री जी तथा भाजपा परिवार व सहयोगी दलों के सभी माननीय सदस्यों का हार्दिक आभार! उ.प्र. में राष्ट्रवाद, सुशासन, सुरक्षा व विकास की यात्रा सतत चलती रहेगी।– Yogi Adityanath (@myogiadityanath) 24 Mar 2022
5 वर्षों तक उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में सेवा का अवसर मिला। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में राज्य में विकास कार्य चलाए गए, इसका परिणाम है कि हमें प्रदेश में प्रचंड बहुमत का जनादेश मिला। मैं आप सभी का आभारी हूं, मुझे पुन: विधायक दल का नेता चुना गया: मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath pic.twitter.com/ypcYnlCiEJ
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) March 24, 2022
50 मंत्रियों के शपथ लेने की संभावना
भाजपा सूत्रों ने योगी के साथ करीब 50 मंत्रियों के शपथ लेने की संभावना जताई है। कुछ विधायकों को मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचने के लिए फोन किये जाने की खबरों के बाद राजनीतिक हलचल बढ़ गई और यह संभावना जताई गई कि मुख्यमंत्री आवास पर बुलाये गये विधायकों को योगी के मंत्रिमंडल में स्थान मिल सकता है।
File Pic
इन नामों पर लग रहे कयास
मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचने वालों में विजय लक्ष्मी गौतम (सलेमपुर-देवरिया) संजय सिंह गंगवार (पीलीभीत) और राकेश राठौर (सीतापुर) जैसे कुछ नये नाम शामिल हैं तो यह भी अटकलें हैं कि योगी की पिछली सरकार में कानून मंत्री रहे ब्रजेश पाठक, दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पौत्र संदीप सिंह, जितिन प्रसाद के अलावा पूर्व नौकरशाह ए के शर्मा और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को भी मौका मिल सकता है।
केशव मौर्य, कुंवर ब्रजेश सिंह, जेपीएस राठौर, जयवीर सिंह, बेबी रानी मौर्य, अनूप वाल्मीकि, असीम अरुण, अनिल राजभर, संजीव गौड़, संदीप सिंह, जितिन प्रसाद, नितिन अग्रवाल, स्वतंत्र देव, आशीष पटेल, बलदेव औलख, प्रमिला पांडेय, संजय निषाद, सतीश शर्मा, विजय लक्ष्मी गौतम, राकेश राठौर, धर्मवीर प्रजापति, लक्ष्मी नारायण चौधरी, बृजेश पाठक, संजय गंगवार, प्रतिभा शुक्ला, राकेश राठौर, भूपेंद्र चौधरी, अनूप प्रधान, दिनेश खटीक, गिरीश यादव, कपिल देव अग्रवाल, सुरेश राही, नंद गोपाल गुप्ता नंदी, राम नरेश अग्निहोत्री, धर्मवीर प्रजापति, पूरन प्रकाश, अंजूला माहौर, सरिता भदौरिया, रजनी तिवारी, केपी मलिक, अनिल शुक्ला वारसी, सिद्धार्थनाथ सिंह, सलिल बिश्नोई, केशव प्रसाद मौर्य, स्वतंत्र देव सिंह, दया शंकर सिंह, श्रीकांत शर्मा, नरेंद्र कश्यप योगेंद्र उपाध्याय।
इसके अलावा पिछली सरकार के कई मंत्रियों को दोबारा मौका मिलने की संभावना है। हालांकि उप मुख्यमंत्रियों के नाम को लेकर अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई है। कुछ पूर्व मंत्रियों के आवासों पर खुशी के दृश्य थे और उनके समर्थक ढोल की थाप पर नाच रहे थे और अपने नेताओं को मंत्री पद मिलने की उम्मीद में नारे लगा रहे थे। आदित्यनाथ और 47 मंत्रियों ने 19 मार्च, 2017 को भाजपा की पूर्ववर्ती सरकार में शपथ ली थी। संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री सहित कुल 60 मंत्री हो सकते हैं।
कैसा रहा चुनाव का नतीजा
उत्तर प्रदेश में सात चरणों में संपन्न हुए 403 विधानसभा क्षेत्रों का चुनाव परिणाम 10 मार्च को घोषित हुआ जिसमें भारतीय जनता पार्टी ने 255 और सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) ने 12 तथा निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) ने छह सीटों पर जीत हासिल की। पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद भारतीय जनता पार्टी लगातार दूसरी बार सरकार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है।
इसके 37 वर्ष पहले 1985 में नारायण दत्त तिवारी के नेतृत्व में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने दोबारा पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई और तिवारी ने लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। योगी आदित्यनाथ के खाते में 37 वर्ष बाद यह रिकॉर्ड दर्ज होगा।