अलास्का में एक दूसरे से हाथ मिलाते डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन (सोर्स: सोशल मीडिया)
Donald Trump Vladimir Putin Meeting: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अलास्का में मिले। शनिवार को करीब 10 साल बाद पुतिन अमेरिका पहुंचे। यहां उनका स्वागत B-2 बॉम्बर से किया गया। उनके रेड कार्पेट पर आते ही अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने तालियां बजाई। फिर ट्रंप की कार में बैठकर पुतिन मीटिंग के लिए रवाना हो गए।
रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर दोनों नेताओं के बीच लगभग तीन घंटे तक बातचीत हुई। इसके बाद, दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने सिर्फ़ 12 मिनट की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों के किसी भी प्रश्न का जवाब नहीं दिया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बैठक को सकारात्मक बताते हुए कहा कि हमने कई बिंदुओं पर सहमति जताई, लेकिन कोई डील नहीं हुई। उन्होंने कहा कि कोई समझौता तभी होगा जब वह अंतिम रूप लेगा।
वहीं, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि उनके लिए रूस की सुरक्षा सबसे जरूरी है। उन्होंने अगले राउंड की मीटिंग मॉस्को में करने का सुझाव दिया। इसके जवाब में अमेरिकी ट्रंप ने कहा कि इस पर विचार किया जाएगा। अपनी बात कहने के बाद दोनों नेता तुरंत मंच से चले गए।
#WATCH | Alaska, USA | Russian President Vladimir Putin says, “… We see the strive of the administration and President Trump personally to help facilitate the resolution of the Ukrainian conflict and his strive to get to the crux of the matter to understand this history is… pic.twitter.com/kiOKgw2JBf
— ANI (@ANI) August 15, 2025
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इस मीटिंग में रूस-यूक्रेन में सीजफायर पर बात नहीं बन सकी। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि कई बिंदुओं पर सहमति बनी है, लेकिन कुछ मुद्दों पर बात नहीं बन पाई है। दोनों देशों के नेताओं के बीच यह मुलाकात शांति का रास्ता खोल सकती है। अगर इस मुद्दे पर दूसरी बैठक होती है, तो यूक्रेन-रूस युद्ध को खत्म करने के लिए यह बेहद अहम होगी। हालांकि, अभी औपचारिक रूप से यह स्पष्ट नहीं है कि अगली बैठक होगी या नहीं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी देने का सवाल खुला छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि यह संभव है कि अमेरिका यूरोप और अन्य देशों के साथ मिलकर यूक्रेन को भी सुरक्षा गारंटी दे। इस मीटिंग में केवल रूस-यूक्रेन युद्ध ही नहीं बल्कि अन्य मुद्दों पर भी बातचीत हुई।