व्लादिमीर पुतिन (फोटो-सोशल मीडिया)
मॉस्कोः रूस और यूक्रेन की जंग अब विश्व युद्ध में तब्दील होती दिखायी दे रही है। शांति की कोशिशों के बीच दोनों देश एक दूसरे पर बड़ी साजिश रच रहे हैं। इसीलिए युद्ध को लेकर तरह-तरह की आशंकाएं प्रकट की जा रही हैं।
एक न्यूज रिपोर्ट में दावा किया गया था कि रूस ने 50 हजार सेना के जवान तैनात किए हैं, जो कीव पर बड़ा जमीनी हमला कर सकते हैं। इसी बीच यूक्रेन ने एक बड़ा ड्रोन अटैक करके रूस पर हमला कर दिया। इस हमले से रूस को भारी नुकसान पहुंचा है। कई न्यूज रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि रूस के 2 एयरबेस के अलावा मॉस्को स्थित परमाणु स्टेशन पर भी ड्रोन अटैक हुए हैं।
साथ ही ऐसी संभावनाएं जतायी जा रही हैं कि जल्द ही पुतिन भी इस ड्रोन हमले का करारा जवाब देने का मूड बना रहे हैं। इसीलिए रूस ने फाइटर परमाणु स्टेशन को हाई अलर्ट पर रखा है। इसी बीच मिसाइल्स और ट्रकों पर परमाणु बमों का एक वीडियो भी देखा जा रहा है। वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है कि यह कोई अभ्यास नहीं है।
सैटेलाइट पर दिखी वारहेड रोड पर हलचल
ब्रिटिश एक्टिविस्ट जिम फार्ग्यूसन के अनुसार, रूस ने एंटी मिसाइल एयर डिफेंस सिस्टम को भी एक्टिव कर दिया है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि सैटेलाइट डेटा से मिली जानकारी के अनुसार, वारहेड मार्गों पर असामान्य सैन्य गतिविधि के संकेत मिल रहे हैं। फार्ग्यूसन के मुताबिक इस तरह की गतिविधियां क्यूबा मिसाइल संकट के बाद कभी नहीं देखी गयीं। साथ ही उन्होंने कहा कि यह सिर्फ परमाणु धमकी तक सीमित नहीं है, बल्कि नाटो-गठबंधन वाले यूक्रेन और रूस के बीच परमाणु युद्ध के संकेत हैं।
देखें वीडियो-
🚨 BREAKING: RUSSIA PLACES NUCLEAR FORCES ON HIGH ALERT 🚨
Unconfirmed but mounting reports indicate Oreshnik and Russia’s strategic nuclear arsenal have been placed on high readiness following Ukrainian strikes and Russian Iskander missile retaliation.
⚠️ THIS IS NOT A DRILL… pic.twitter.com/FBCgik9Lxz
— Jim Ferguson (@JimFergusonUK) June 1, 2025
परमाणु हथियारों को निकालने की असली वजह
रूस पिछले करीब 2 सालों से युद्ध में उलझा हुआ है। इसके अलावा आर्थिक प्रतिबंधों को भी झेल रहा है। दुनिया का कोई भी देश स्पष्ट तौर पर रूस के साथ नहीं खड़ा दिखाई दे रहा है, हालांकि इसमें केवल उत्तर कोरिया अपवाद है। वहीं यूक्रेन टॉरस मिसाइल से रूस में तबाही मचा रहा है। यह एक जर्मन मिसाइल है। इसी के कारण रूस ने जर्मनी को सीधे चेतावनी देते हुए कहा था कि टॉरस मिसाइल से हमलों के सबूत मिले हैं, यदि तत्काल प्रभाव से जर्मनी मिसाइल की सप्लाई नहीं रोकता है तो इसे सीधे युद्ध माना जाएगा। वर्तमान माहौल में अमेरिका सहित ज्यादातर यूरोपीय देश रूस के खिलाफ हैं। ऐसे अब पुतिन आर या पार की लड़ाई चाह रह रहे हैं।
ब्रिटेन ने परमाणु प्रतिरोधक लड़ाकू विमान अमेरिका से मांगा
जर्मनी, अमेरिका तो रूस के खिलाफ हैं ही, लेकिन अब ब्रिटेन भी कई उकसाने वाले काम कर रहा है। ब्रिटेन ने अब अपने लड़ाकू विमानों को परमाणु हथियारों से लैस करने की योजना बनाई है। यह कदम रूस से बढ़ते खतरे को देखते हुए उठाया गया है और इसे ब्रिटेन की परमाणु प्रतिरोधक क्षमता में सबसे बड़ा विस्तार माना जा रहा है।
ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ब्रिटेन, न्यूक्लियर हथियार दागने में सक्षम अमेरिकी लड़ाकू विमानों को खरीदने के लिए बातचीत कर रहा है। माना जा रहा है कि कीर स्टारमर की सरकार ऐसा करके दुनिया को एक खतरनाक परमाणु युद्ध की ओर ले जाने की कोशिस कर रहे हैं।