वांगचुक की गिरफ्तारी लेह में हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद हुई, जिसमें चार लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए। प्रदर्शनकारी लद्दाख को राज्य का दर्जा और संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग कर रहे थे। प्रशासन ने वांगचुक को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया। प्रशासन की प्रेस रिलीज में कहा गया कि लेह में शांति बहाल करने और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए वांगचुक को जोधपुर भेजना जरूरी था। उनके भड़काऊ भाषणों और वीडियो के कारण उन्हें लेह में रखना उचित नहीं था। विशिष्ट सूचनाओं के आधार पर, व्यापक जनहित में यह निर्णय लिया गया ताकि वे आगे हानिकारक गतिविधियों में शामिल न हों।
वांगचुक की गिरफ्तारी लेह में हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद हुई, जिसमें चार लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए। प्रदर्शनकारी लद्दाख को राज्य का दर्जा और संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग कर रहे थे। प्रशासन ने वांगचुक को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया। प्रशासन की प्रेस रिलीज में कहा गया कि लेह में शांति बहाल करने और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए वांगचुक को जोधपुर भेजना जरूरी था। उनके भड़काऊ भाषणों और वीडियो के कारण उन्हें लेह में रखना उचित नहीं था। विशिष्ट सूचनाओं के आधार पर, व्यापक जनहित में यह निर्णय लिया गया ताकि वे आगे हानिकारक गतिविधियों में शामिल न हों।