Nepal Violence: नेपाल में भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया एप्स बैन करके बाद जेन-जेड आंदोलन उग्र हो गया। युवाओं की भीड़ ने संसद और राष्ट्रपति भवन को आग के हवाले कर दिया है। 25 से ज्यादा जिंदगियां इस हिसंक आंदोलन की भेंट चढ़ गईं। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देकर अंडरग्राउंड होना पड़ा। इसके साथ-साथ अन्य मंत्रियों ने पद और देश दोनों छोड़ दिया है। इस आंदोल के बाद सवाल यह उठ रहे हैं किं भारत के पड़ोसी राज्य आखिर किसके निशाने पर हैं। साल 2022 में इसी तरह का आंदोलन और तख्तापलट श्रीलंका में देखने को मिला था। इसके बाद 2024 में बांग्लादेश में भी इसी पैटर्न पर हिसंक आंदोलन हुआ। तख्तापलट हुआ। तत्कालीन पीएम शेख हसीना को देश छोड़ना पड़ा। वहीं, अब नेपाल में भी ठीक उसी पैटर्न वाला आंदोलन और उसका नतीजा देखने को मिला है। इसके पीछे आखिर क्या राज हैं? समझाने की कोशिश करेंगे इस वीडियो में…
Nepal Violence: नेपाल में भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया एप्स बैन करके बाद जेन-जेड आंदोलन उग्र हो गया। युवाओं की भीड़ ने संसद और राष्ट्रपति भवन को आग के हवाले कर दिया है। 25 से ज्यादा जिंदगियां इस हिसंक आंदोलन की भेंट चढ़ गईं। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देकर अंडरग्राउंड होना पड़ा। इसके साथ-साथ अन्य मंत्रियों ने पद और देश दोनों छोड़ दिया है। इस आंदोल के बाद सवाल यह उठ रहे हैं किं भारत के पड़ोसी राज्य आखिर किसके निशाने पर हैं। साल 2022 में इसी तरह का आंदोलन और तख्तापलट श्रीलंका में देखने को मिला था। इसके बाद 2024 में बांग्लादेश में भी इसी पैटर्न पर हिसंक आंदोलन हुआ। तख्तापलट हुआ। तत्कालीन पीएम शेख हसीना को देश छोड़ना पड़ा। वहीं, अब नेपाल में भी ठीक उसी पैटर्न वाला आंदोलन और उसका नतीजा देखने को मिला है। इसके पीछे आखिर क्या राज हैं? समझाने की कोशिश करेंगे इस वीडियो में…