Tehsildar Suspended: क्या कभी ऐसा हुआ है कि विदाई समारोह में फिल्मी गीत गाने पर किसी अधिकारी को निलंबित कर दिया जाए। सुनने में थोड़ा अजीब लगेगा, लेकिन ऐसा हुआ है। महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के उमरी तालुका में तैनात तहसीलदार प्रशांत थोरात पर विदाई समारोह में बॉलीवुड गीत गाना महंगा पड़ गया। मौका था तहसीलदार प्रशांत थोरात के विदाई समारोह का। तहसीलदार प्रशांत थोरात का स्थानांतरण 30 जुलाई को उमरी से लातूर जिले के रेणापुर तालुका में किया गया था। इसके बाद 8 अगस्त को उमरी तहसील कार्यालय में उनके सम्मान में विदाई समारोह आयोजित हुआ। कार्यक्रम प्रशांत थोरात ने कुर्सी पर बैठकर याराना फिल्म का मशहूर गाना ‘यारा तेरी यारी को मैंने तो खुदा माना’ को पूरे उत्साह से गाया। समारोह में मौजूद कर्मचारी तालियों से उनका उत्साह बढ़ाते दिखाई दिए। इसी दौरान किसी ने उनका वीडियो रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर डाल दिया। वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और कई लोगों ने इसे अनुशासनहीन आचरण बताते हुए आपत्ति जताई। जिसके बाद संभागीय आयुक्त ने मामले को गंभीर से लेते हुए 17 अगस्त को प्रशांत थोरात के निलंबन का आदेश जारी कर दिया। आदेश में स्पष्ट कहा गया कि सरकारी पद पर रहते हुए ऐसी गतिविधियां अधिकारी की गरिमा के खिलाफ हैं और अनुशासनहीनता की श्रेणी में आती हैं।
Tehsildar Suspended: क्या कभी ऐसा हुआ है कि विदाई समारोह में फिल्मी गीत गाने पर किसी अधिकारी को निलंबित कर दिया जाए। सुनने में थोड़ा अजीब लगेगा, लेकिन ऐसा हुआ है। महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के उमरी तालुका में तैनात तहसीलदार प्रशांत थोरात पर विदाई समारोह में बॉलीवुड गीत गाना महंगा पड़ गया। मौका था तहसीलदार प्रशांत थोरात के विदाई समारोह का। तहसीलदार प्रशांत थोरात का स्थानांतरण 30 जुलाई को उमरी से लातूर जिले के रेणापुर तालुका में किया गया था। इसके बाद 8 अगस्त को उमरी तहसील कार्यालय में उनके सम्मान में विदाई समारोह आयोजित हुआ। कार्यक्रम प्रशांत थोरात ने कुर्सी पर बैठकर याराना फिल्म का मशहूर गाना ‘यारा तेरी यारी को मैंने तो खुदा माना’ को पूरे उत्साह से गाया। समारोह में मौजूद कर्मचारी तालियों से उनका उत्साह बढ़ाते दिखाई दिए। इसी दौरान किसी ने उनका वीडियो रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर डाल दिया। वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और कई लोगों ने इसे अनुशासनहीन आचरण बताते हुए आपत्ति जताई। जिसके बाद संभागीय आयुक्त ने मामले को गंभीर से लेते हुए 17 अगस्त को प्रशांत थोरात के निलंबन का आदेश जारी कर दिया। आदेश में स्पष्ट कहा गया कि सरकारी पद पर रहते हुए ऐसी गतिविधियां अधिकारी की गरिमा के खिलाफ हैं और अनुशासनहीनता की श्रेणी में आती हैं।