Pappu Yadav Statement on Central Govt: पप्पू यादव ने देश में बेटियों की सुरक्षा और उनके प्रति सरकार के संवेदनहीन रवैये को लेकर तीखा हमला बोला है। उन्होंने “बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ” नारे को पूरी तरह खोखला करार देते हुए कहा कि वर्तमान शासन में बेटियों की गरिमा बहुत सस्ती हो गई है। यादव ने भाजपा नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए कि वे सार्वजनिक मंचों से मां-बहनों और बेटियों के लिए अभद्र और अपमानजनक भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, जिसे पूरी दुनिया देख रही है।
उन्होंने न्याय व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह सरकार बलात्कार के आरोपियों, भ्रष्टाचारियों और देशद्रोहियों को संरक्षण दे रही है। उन्होंने विशेष रूप से भाजपा के एक महासचिव पर लगे बलात्कार के आरोपों का जिक्र किया और दावा किया कि सीबीआई और सरकार ने हाईकोर्ट में सही पैरवी न करके दोषियों को बचाने का प्रयास किया है। पप्पू यादव ने मांग की है कि सर्वोच्च न्यायालय इन गंभीर मामलों में तत्काल ‘स्वत: संज्ञान’ (Suo Motu Notice) ले। उन्होंने जोर देकर कहा कि बेटियों को न्याय दिलाने के लिए सीबीआई को सर्वोच्च न्यायालय में मजबूती से अपना पक्ष रखना चाहिए, न कि आरोपियों का बचाव करना चाहिए।
Pappu Yadav Statement on Central Govt: पप्पू यादव ने देश में बेटियों की सुरक्षा और उनके प्रति सरकार के संवेदनहीन रवैये को लेकर तीखा हमला बोला है। उन्होंने “बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ” नारे को पूरी तरह खोखला करार देते हुए कहा कि वर्तमान शासन में बेटियों की गरिमा बहुत सस्ती हो गई है। यादव ने भाजपा नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए कि वे सार्वजनिक मंचों से मां-बहनों और बेटियों के लिए अभद्र और अपमानजनक भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, जिसे पूरी दुनिया देख रही है।
उन्होंने न्याय व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह सरकार बलात्कार के आरोपियों, भ्रष्टाचारियों और देशद्रोहियों को संरक्षण दे रही है। उन्होंने विशेष रूप से भाजपा के एक महासचिव पर लगे बलात्कार के आरोपों का जिक्र किया और दावा किया कि सीबीआई और सरकार ने हाईकोर्ट में सही पैरवी न करके दोषियों को बचाने का प्रयास किया है। पप्पू यादव ने मांग की है कि सर्वोच्च न्यायालय इन गंभीर मामलों में तत्काल ‘स्वत: संज्ञान’ (Suo Motu Notice) ले। उन्होंने जोर देकर कहा कि बेटियों को न्याय दिलाने के लिए सीबीआई को सर्वोच्च न्यायालय में मजबूती से अपना पक्ष रखना चाहिए, न कि आरोपियों का बचाव करना चाहिए।