महाराष्ट्र के कोल्हापुर में हजारों लोगों ने 45 किलोमीटर लंबी एक मौन पदयात्रा निकालकर हथिनी महादेवी (जिसे माधुरी के नाम से भी जाना जाता है) को वापस लाने की मांग की। यह हथिनी वर्तमान में गुजरात के जामनगर स्थित वाइल्ड लाइफ रिहैबिलिटेशन सेंटर ‘वंतारा’ में है। ‘वंतारा’ उद्योगपति मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी की पहल है और इसका संचालन रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और रिलायंस फाउंडेशन द्वारा किया जाता है। यह पदयात्रा स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अध्यक्ष और हातकणंगले के पूर्व सांसद राजू शेट्टी के नेतृत्व में सुबह 5 बजे नांदणी मठ से शुरू हुई। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं, युवा, जैन समुदाय के लोग, धार्मिक संत और स्थानीय नागरिक शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने ‘माधुरी लौटाओ’ और ‘जियो बॉयकॉट’ लिखी टोपियां पहन रखी थीं और वे हाथी की मूर्तियों व बैनरों के साथ हथिनी महादेवी के प्रति अपनी आस्था व्यक्त कर रहे थे। यह पदयात्रा रविवार शाम 5:45 बजे कोल्हापुर जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर समाप्त हुई।
महाराष्ट्र के कोल्हापुर में हजारों लोगों ने 45 किलोमीटर लंबी एक मौन पदयात्रा निकालकर हथिनी महादेवी (जिसे माधुरी के नाम से भी जाना जाता है) को वापस लाने की मांग की। यह हथिनी वर्तमान में गुजरात के जामनगर स्थित वाइल्ड लाइफ रिहैबिलिटेशन सेंटर ‘वंतारा’ में है। ‘वंतारा’ उद्योगपति मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी की पहल है और इसका संचालन रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और रिलायंस फाउंडेशन द्वारा किया जाता है। यह पदयात्रा स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अध्यक्ष और हातकणंगले के पूर्व सांसद राजू शेट्टी के नेतृत्व में सुबह 5 बजे नांदणी मठ से शुरू हुई। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं, युवा, जैन समुदाय के लोग, धार्मिक संत और स्थानीय नागरिक शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने ‘माधुरी लौटाओ’ और ‘जियो बॉयकॉट’ लिखी टोपियां पहन रखी थीं और वे हाथी की मूर्तियों व बैनरों के साथ हथिनी महादेवी के प्रति अपनी आस्था व्यक्त कर रहे थे। यह पदयात्रा रविवार शाम 5:45 बजे कोल्हापुर जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर समाप्त हुई।