Bihar News: पप्पू यादव ने अस्पताल के मेडिकल सिस्टम में व्याप्त माफियागिरी और दलाली को खत्म करने को अपना सबसे बड़ा चैलेंज बताया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक मेडिकल माफियाओं का एकाधिकार खत्म नहीं होगा, वह चैन से नहीं बैठेंगे और इस मुद्दे को सदन में उठाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक यह समस्या हल नहीं होती, तब तक रोड, रेलवे और एयरपोर्ट जैसे अन्य मुद्दे उनके लिए मायने नहीं रखते। यादव ने अस्पताल में बुनियादी सुविधाओं की कमी पर दुख व्यक्त किया, जहां 200 साल से डॉक्टर नहीं हैं, बिल्डिंग, लिफ्ट और एंबुलेंस जैसी सुविधाओं की कमी है, और सरकार ₹70 करोड़ नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि सारा सामान जैसे वेंटिलेटर और अल्ट्रासाउंड होने के बावजूद भी रूम और लिफ्ट नहीं चल रहे हैं। उन्होंने NBCC के मालिक को चेतावनी दी है कि वह ‘एक तारीख के अंदर’ हैंडओवर करें या वह कोई एक्शन लेंगे।
पप्पू यादव ने अधिकारियों से सहयोग का आग्रह किया है और घोषणा की है कि वह एक महीने के भीतर चार लैब टेस्ट सेंटर स्थापित करेंगे। उन्होंने डॉक्टर्स और सुपरिंटेंडेंट से आग्रह किया है कि वे सिर्फ जांच लिखें, किस लैब में जाना है, यह न लिखें, ताकि जांच बड़े लेवल पर हो और कोई समझौता न हो। उन्होंने कसम खाई है कि या तो अस्पताल छह महीने में सुधरेगा, या वह एक तारीख से इस मुद्दे को सदन के भीतर उठाएंगे।
Bihar News: पप्पू यादव ने अस्पताल के मेडिकल सिस्टम में व्याप्त माफियागिरी और दलाली को खत्म करने को अपना सबसे बड़ा चैलेंज बताया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक मेडिकल माफियाओं का एकाधिकार खत्म नहीं होगा, वह चैन से नहीं बैठेंगे और इस मुद्दे को सदन में उठाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक यह समस्या हल नहीं होती, तब तक रोड, रेलवे और एयरपोर्ट जैसे अन्य मुद्दे उनके लिए मायने नहीं रखते। यादव ने अस्पताल में बुनियादी सुविधाओं की कमी पर दुख व्यक्त किया, जहां 200 साल से डॉक्टर नहीं हैं, बिल्डिंग, लिफ्ट और एंबुलेंस जैसी सुविधाओं की कमी है, और सरकार ₹70 करोड़ नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि सारा सामान जैसे वेंटिलेटर और अल्ट्रासाउंड होने के बावजूद भी रूम और लिफ्ट नहीं चल रहे हैं। उन्होंने NBCC के मालिक को चेतावनी दी है कि वह ‘एक तारीख के अंदर’ हैंडओवर करें या वह कोई एक्शन लेंगे।
पप्पू यादव ने अधिकारियों से सहयोग का आग्रह किया है और घोषणा की है कि वह एक महीने के भीतर चार लैब टेस्ट सेंटर स्थापित करेंगे। उन्होंने डॉक्टर्स और सुपरिंटेंडेंट से आग्रह किया है कि वे सिर्फ जांच लिखें, किस लैब में जाना है, यह न लिखें, ताकि जांच बड़े लेवल पर हो और कोई समझौता न हो। उन्होंने कसम खाई है कि या तो अस्पताल छह महीने में सुधरेगा, या वह एक तारीख से इस मुद्दे को सदन के भीतर उठाएंगे।