पिछले कई दिनों से देश के विपक्षी दलों और चुनाव आयोग के बीच आरोपों और प्रत्यारोपों का सिलसिला जारी है। पिछले ही दिन चुनाव आयोग ने विपक्ष के एसआईआर और वोट चोरी के आरोपों को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपना पक्ष रखा था। जिसमें इलेक्शन कमीशन ने साफ तौर पर ये कहा था कि हमारे लिए सभी दल एक जैसे हैं और कहीं भी किसी प्रकार की कोई वोट चोरी या फिर एसआईआर को लेकर कोई असमंजस नहीं है। इसी को लेकर कांग्रेस की ओर से दिग्विजय सिंह ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया था। जिसमें उन्होंने कहा है कि इलेक्शन कमीशन को जो कहना है, उन्हें कहने दीजिए, लेकिन उन्हें हमारे द्वारा पेश किए गए तथ्यों और राहुल गांधी के द्वारा पूछे जाने वाले सवालों का जवाब देना होगा। हमारी यही डिमांड है कि हमें देश की वोटर लिस्ट की सॉफ्ट कॉपी दी जाए ताकि हम ये वेरिफाई कर सकें कि किसी भी व्यक्ति का नाम कई बार, कई वोटिंग बूथ या अलग-अलग नामों से और बेमेल फोटो के साथ तो नहीं है। इलेक्शन कमीशन इस मामले पर चुप क्यों है, वे कोई जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं?
पिछले कई दिनों से देश के विपक्षी दलों और चुनाव आयोग के बीच आरोपों और प्रत्यारोपों का सिलसिला जारी है। पिछले ही दिन चुनाव आयोग ने विपक्ष के एसआईआर और वोट चोरी के आरोपों को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपना पक्ष रखा था। जिसमें इलेक्शन कमीशन ने साफ तौर पर ये कहा था कि हमारे लिए सभी दल एक जैसे हैं और कहीं भी किसी प्रकार की कोई वोट चोरी या फिर एसआईआर को लेकर कोई असमंजस नहीं है। इसी को लेकर कांग्रेस की ओर से दिग्विजय सिंह ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया था। जिसमें उन्होंने कहा है कि इलेक्शन कमीशन को जो कहना है, उन्हें कहने दीजिए, लेकिन उन्हें हमारे द्वारा पेश किए गए तथ्यों और राहुल गांधी के द्वारा पूछे जाने वाले सवालों का जवाब देना होगा। हमारी यही डिमांड है कि हमें देश की वोटर लिस्ट की सॉफ्ट कॉपी दी जाए ताकि हम ये वेरिफाई कर सकें कि किसी भी व्यक्ति का नाम कई बार, कई वोटिंग बूथ या अलग-अलग नामों से और बेमेल फोटो के साथ तो नहीं है। इलेक्शन कमीशन इस मामले पर चुप क्यों है, वे कोई जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं?