रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सिंध को लेकर एक बड़ा बयान दिया है, जिस पर विपक्ष की ओर से प्रतिक्रिया आई है। राजनाथ सिंह के अनुसार, भले ही सिंध वर्तमान में भौगोलिक रूप से भारत का हिस्सा न हो, लेकिन सभ्यतागत रूप से यह हमेशा भारत का अभिन्न अंग रहेगा। उन्होंने संभावना जताते हुए कहा कि सीमाएं बदल सकती हैं और “क्या पता कल को सिंध भारत में फिर से वापस आ जाए”। वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि सिंधु घाटी सभ्यता भारत की प्राचीन सभ्यता का एक अभिन्न अंग है और सांस्कृतिक तौर पर भी सिंध भारत का हिस्सा है।
विपक्ष ने रक्षा मंत्री पर जमकर निशाना साधा और कहा कि पहले ग्रह मंत्री ने कश्मीर का सपना दिखाया और अब रक्षा मंत्री सिंध का सपना दिखा रहे हैं। विपक्ष की ओर से कहा गया कि जब अखंड भारत की बात की जाती है, तो सिंध और उससे जुड़े सभी अन्य क्षेत्र उसमें शामिल होते हैं, क्योंकि वे अविभाजित भारत का हिस्सा थे। वक्ताओं ने यह भी जोड़ा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, अविभाजित भारत की कल्पना को साकार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। इस बयान पर आलोचना भी हुई कि जब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) लेने का मौका था, तब कार्रवाई नहीं की गई। इस बीच, समाजवादी पार्टी ने देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है और उम्मीद जताई है कि देश के दुश्मनों को करारा जवाब मिलेगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सिंध को लेकर एक बड़ा बयान दिया है, जिस पर विपक्ष की ओर से प्रतिक्रिया आई है। राजनाथ सिंह के अनुसार, भले ही सिंध वर्तमान में भौगोलिक रूप से भारत का हिस्सा न हो, लेकिन सभ्यतागत रूप से यह हमेशा भारत का अभिन्न अंग रहेगा। उन्होंने संभावना जताते हुए कहा कि सीमाएं बदल सकती हैं और “क्या पता कल को सिंध भारत में फिर से वापस आ जाए”। वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि सिंधु घाटी सभ्यता भारत की प्राचीन सभ्यता का एक अभिन्न अंग है और सांस्कृतिक तौर पर भी सिंध भारत का हिस्सा है।
विपक्ष ने रक्षा मंत्री पर जमकर निशाना साधा और कहा कि पहले ग्रह मंत्री ने कश्मीर का सपना दिखाया और अब रक्षा मंत्री सिंध का सपना दिखा रहे हैं। विपक्ष की ओर से कहा गया कि जब अखंड भारत की बात की जाती है, तो सिंध और उससे जुड़े सभी अन्य क्षेत्र उसमें शामिल होते हैं, क्योंकि वे अविभाजित भारत का हिस्सा थे। वक्ताओं ने यह भी जोड़ा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, अविभाजित भारत की कल्पना को साकार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। इस बयान पर आलोचना भी हुई कि जब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) लेने का मौका था, तब कार्रवाई नहीं की गई। इस बीच, समाजवादी पार्टी ने देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है और उम्मीद जताई है कि देश के दुश्मनों को करारा जवाब मिलेगा।