सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बी.आर. गवई पर जूता फेंकने को लेकर शुरु हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच शुक्रवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आम आदमी पार्टी के (AAP) के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि इस कृत्य के पीछे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की मिलीभगत है। पार्टी प्रवक्ताओं का कहना है कि यह हमला न केवल एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति पर है, बल्कि यह पूरे दलित समाज का अपमान है। आम आदमी पार्टी का आरोप है कि केंद्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकारें दलित समाज पर हो रहे अत्याचारों पर चुप हैं। हाल ही में एक दलित आईपीएस अधिकारी की हरियाणा में आत्महत्या और अब सीजीआई पर हमला, दोनों मामलों में सरकार की चुप्पी पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बी.आर. गवई पर जूता फेंकने को लेकर शुरु हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच शुक्रवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आम आदमी पार्टी के (AAP) के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि इस कृत्य के पीछे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की मिलीभगत है। पार्टी प्रवक्ताओं का कहना है कि यह हमला न केवल एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति पर है, बल्कि यह पूरे दलित समाज का अपमान है। आम आदमी पार्टी का आरोप है कि केंद्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकारें दलित समाज पर हो रहे अत्याचारों पर चुप हैं। हाल ही में एक दलित आईपीएस अधिकारी की हरियाणा में आत्महत्या और अब सीजीआई पर हमला, दोनों मामलों में सरकार की चुप्पी पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।