राकेश किशोर का रजिस्ट्रेशन सुप्रीम कोर्ट बार में साल 2011 में हुआ था और वे दिल्ली के मयूर विहार-I एक्सटेंशन स्थित रिवरव्यू अपार्टमेंट में रहते हैं। जांच में पता चला कि राकेश अब तक किसी विवाद में नहीं रहे थे और यह पहली बार है जब उन्होंने इस तरह की हरकत की। घटना के दौरान उन्होंने कोर्ट में “सनातन धर्म का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान” के नारे लगाए, जिससे कुछ समय के लिए कार्यवाही बाधित हुई। मौके पर सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया। माना जा रहा है कि राकेश किशोर, सीजेआई गवई के हालिया खजुराहो मंदिर मामले पर दिए गए बयान से आहत थे, जिसके विरोध में उन्होंने यह कदम उठाया। हालांकि, सीजेआई गवई ने संयम दिखाते हुए कहा, “मुझे ऐसी घटनाओं से फर्क नहीं पड़ता, मैं उन्हें माफ करता हूं।”
राकेश किशोर का रजिस्ट्रेशन सुप्रीम कोर्ट बार में साल 2011 में हुआ था और वे दिल्ली के मयूर विहार-I एक्सटेंशन स्थित रिवरव्यू अपार्टमेंट में रहते हैं। जांच में पता चला कि राकेश अब तक किसी विवाद में नहीं रहे थे और यह पहली बार है जब उन्होंने इस तरह की हरकत की। घटना के दौरान उन्होंने कोर्ट में “सनातन धर्म का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान” के नारे लगाए, जिससे कुछ समय के लिए कार्यवाही बाधित हुई। मौके पर सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया। माना जा रहा है कि राकेश किशोर, सीजेआई गवई के हालिया खजुराहो मंदिर मामले पर दिए गए बयान से आहत थे, जिसके विरोध में उन्होंने यह कदम उठाया। हालांकि, सीजेआई गवई ने संयम दिखाते हुए कहा, “मुझे ऐसी घटनाओं से फर्क नहीं पड़ता, मैं उन्हें माफ करता हूं।”