(फोटो सोर्स एएनआई)
उत्तरकाशी : अन्नकूट के पावन पर्व पर आज शनिवार को उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। शीतकाल में देवी गंगा की पूजा मुखबा से की जाती है। इस दौरान 6 माह तक श्रद्धालु यहीं से मां गंगा के दर्शन कर सकेंगे। उल्लेखनीय है कि गढ़वाल हिमालय में स्थित चार धाम केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट हर साल शीतकाल में श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाते हैं। उत्तरकाशी में स्थित गंगोत्री मंदिर समुद्र तल से करीब 10,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित है।
इस पावन मौके पर गंगोत्री मंदिर समित के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि गंगोत्री मंदिर के कपाट अन्नकूट के शुभ अवसर पर आज धार्मिक अनुष्ठानों के बीच दोपहर 12.14 बजे बंद कर दिए गए। मंदिर समिति के अधिकारी ने बताया कि भक्तों और पुजारियों के ‘हर हर गंगे, जय मां गंगे’ का उद्घोष लगाने के बीच गंगोत्री मंदिर के कपाट औपचारिक रूप से बंद कर दिए गए, जिसके बाद देवी गंगा की प्रतिमा एक पालकी में रखकर मुखबा के लिए रवाना की गई, जहां पूरे शीतकाल के दौरान उनकी पूजा की जाएगी।
#WATCH | Uttarakhand: The doors of Gangotri Dham temple were closed for the winter season with full rituals on the occasion of Annakoot today. Before the doors were closed, puja was performed and the temple was circumambulated. (Source: Information Department) pic.twitter.com/A9MDVSubGK — ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 2, 2024
शीतकाल शुरू होते ही चार धाम में गंगोत्री मंदिर के कपाट सबसे पहले बंद किए जाते हैं। एक डेटा के अनुसार इस बार आठ लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने यहां आकर मंदिर में दर्शन किए। गंगोत्री मंदिर के बाद रविवार को भाईदूज के पावन पर्व पर यमुनोत्री और केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद किए जाएंगे। इसके बाद सबसे आखिर में बदरीनाथ मंदिर के कपाट 17 नवंबर को बंद किए जाएंगे। इन चारों मंदिरों के कपाट हर साल अप्रैल-मई में गर्मियों की शुरुआत के बाद खोले जाते हैं।
यह भी पढ़ें- भाईदूज पर दो घंटे पहले चलेगी नमो भारत ट्रेन, यात्रियों की सुविधा के लिए लगाएगी ज्यादा राउंड
शीतकाल में कपाट बंद होने के बाद अगले 6 माह तक मां यमुना के दर्शन खरसाली गांव से होंगे जहां के लिए उनकी डोली कल रवाना होगी। वहीं, भैयादूज के अवसर पर कल केदारनाथ धाम के कपाट भी पूरे विधि-विधान के साथ प्रात: 8.30 मिनट पर बंद हो जाएंगे। कपाट बंदी के लिए केदारनाथ मंदिर को लगभग दस क्विंटल फूलों से सजाया गया है। इस मौके पर यहां र बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के मौजूद रहने की उम्मीद है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)