ब्रजेश पाठक, सीएम योगी, केशव मौर्य (फोटो- सोशल मीडिया)
लखनऊः उत्तर प्रदेश में एक बार फिर सियासी हलचल देखने को मिल रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीएम योगी आदित्यानाथ मंत्रिमंडल का जल्द विस्तार कर सकते हैं। उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल में 6 मंत्रियों के पद खाली हैं, ऐसे में 6 नए मंत्री बनाए जाने की संभावना है। इसके अलावा कई मंत्रियों के विभाग बदले जाने व मंत्रीपद छीनने की खबर हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि नए मंत्रियों में भाजपा ओबीसी और दलित चेहरे पर फोकस करने वाली है।
इस खबर के बाद भाजपा के ओबीसी व दलित विधायकों की बांछे खिली हुई हैं। हालांकि अभी तक किसी का नाम सामने नहीं आया है। मंत्रिमंडल में यह फेरबदल व नए चेहरों को शामिल करने की कवादयद 2027 विधानसभा चुनाव के मद्देनजर किया जा रहा है। चर्चा है कि मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को कैबिनेट में जगह मिल सकती हैं। वहीं, कुछ कुछ मौजूदा मंत्रियों की छुट्टी होगी।
सूत्रों के मुताबिक भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े की मौजूदगी में भाजपा ने 98 में से 70 संगठनात्मक जिलों में जिलाध्यक्षों के नाम तय कर लिए हैं। जिलाध्यक्षों की लिस्ट शुक्रवार को आलाकमान को भेज दी गई है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो शनिवार को आलाकमान की हरी झंडी मिलने के बाद सूची को सार्वजनिक कर दिया जाएगा।
इसके अलावा भाजपा नेता तावड़े ने शुक्रवार को लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह के साथ मंत्रिमंडल विस्तार और संगठन को लेकर चर्चा की। सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार की भी लिस्ट आलाकमान को भेज दी गई है।
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गौरतलब है कि कुल विधानसभा सदस्यों में से 15 प्रतिशत विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है। इस फॉर्मूले के हिसाब से यूपी में 60 मंत्री बनाए जा सकते हैं। वर्तमान मंत्रिमंडल में 21 कैबिनेट मंत्री, 14 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और 19 राज्यमंत्री हैं, यानी कुल 54 मंत्री हैं। इस हिसाब से 6 मंत्री पद अभी भी खाली हैं। इन 6 खाली पदों को भरे जाने की सूचना है।