कानपुर में रामनवमी का जश्न रोकने पर भारी बवाल (सोर्स- सोशल मीडिया)
कानपुर: उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। बीजेपी को प्रखर हिंदूवादी विचारधारा के लिए जाना भी जाता है। लेकिन कानपुर में रामनवमी के मौके पर योगी आदित्यनाथ के महकमें के अंडर आने वाली पुलिस ने कुछ ऐसा किया कि सरकार और पार्टी दोनों ही हिंदू संगठनों के निशाने पर आ गई। इस दौरान जमकर बवाल भी देखने को मिला।
बता दें कि कानपुर के रावतपुर में रामनवमी के जुलूस निकलने से एक दिन पहले यानी शनिवार को पुलिस ने लाउडस्पीकर जब्त किए तो नाराज हिंदू संगठन सड़क पर उतर आए। इस दौरान उन्होंने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रामलला मंदिर रोड को जाम कर दिया। स्थानीय पुलिस की सूचना पर जोन की फोर्स के साथ डीसीपी पश्चिम मौके पर पहुंची तो पुलिस और लोगों के बीच भी जमकर विवाद हुआ।
शनिवार की शाम करीब सात बजे से शुरू हुआ यह हंगामा देर रात एक बजे तक चलता रहा। रावतपुर गांव, के अलावा गणेशनगर, मसवानपुर में रामनवमी को लेकर हिंदू संगठनों और श्रद्धालुओं ने जगह-जगह पर टेंट लगाने के साथ लाउड स्पीकर भी लगा रखे थे। लेकिन शाम करीब 7:30 बजे डीसीपी पश्चिम आरती सिंह रावतपुर पहुंचीं। उन्होंने डीजे बंद करवाया और करीब 10 साउंड जब्त कर अपनी गाड़ी में लदवा लिए।
आरोप है कि डीसीपी आरती सिंह ने साउंड वापस करने के बजाय टेंट भी उखाड़ने का आदेश दे दिया। इससे पहले भी डीसीपी शारदानगर से आठ और रोशननगर से छह साउंड जब्त करवा चुकी थीं। मामला जानकारी में आने के बाद हिंदू संगठनों ने पुलिस के इस एक्शन के जानकारी व्हाट्सएप ग्रुपों में शेयर कर दी।
यूपी : कानपुर में रामनवमी जुलूस में पुलिस द्वारा DJ बंद कराने, कुछ साउंड सिस्टमों को जब्त करने पर हिन्दू संगठनों का हंगामा। DCP आरती सिंह ने कहा– 2 साउंड सिस्टम की परमिशन थी, लेकिन इससे ज्यादा बजाए जा रहे थे। लोग बोले– “ये पाकिस्तान है या हिन्दुस्तान है, समझ नहीं आ रहा है” pic.twitter.com/nYIaP4VWgD — Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) April 6, 2025
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व्हाट्सएप पर पुलिस कार्रवाई की बात फैलते ही सैकड़ों की संख्या में लोग रावतपुर गांव पहुंचे और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या हजारों में बदल गई। इसके बाद चौराहे पर जमकर नारेबाजी और हंगामा देखने को मिला।
पुलिस ने रामनवमी कमेटी की बैठक बगैर जनप्रतिनिधियों की जानकारी दिए ही कर ली। इसमें उन्होंने एक जुलूस में सिर्फ दो साउंड लगाने का नियम तय कर लिया। जिसकी सूचना स्थानीय कमेटियों के लोगों को नहीं मिल पाई। अगर प्रॉपर इसकी जानकारी सभी कमेटियों को मिलती तो ऐसी स्थिति नहीं बनती। सभी लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है।
रामनवमी के आयोजकों के साथ पिछले कई दिनों से बैठक की जा रही थी। इसमें साउंड को लेकर हाईकोर्ट की ओर से जारी दिशा-निर्देश की जानकारी दी गई थी। यह भी बताया गया था कि एक जुलूस में दो साउंड से ज्यादा के इस्तेमाल को कोर्ट की अवहेलना माना जाएगा। कार्रवाई की जाएगी।