आर्मी का फर्जी कैप्टन और पुलिस (फोटो- सोशल मीडिया)
लखनऊः बिहार में पकड़े गए फर्जी आईपीएस की तरह हूबहू एक मामला उत्तर प्रदेश से आया है, जहां एक अर्मी का फर्जी कैप्टन पकड़ा गया है। आरोपी फर्जी कैप्टन बनकर 50 हजार रुपये ठगने के फिराक में था, लेकिन ऐन वक्त पर पीड़ित को शक हो गया तो उसने पुलिस बुला ली।
जब पुलिस ने मौके पर पहुंच कर पूछताछ की तो पहले फर्जी कैप्टन भड़क गया। उसके बाद पुलिस से मांफी मांगने लगा। इस दौरान जब पुलिस वालों ने उससे एनडीए का फुलफॉर्म पूछा तो नहीं बता पाया।
मामला उत्तर प्रदेश के शाहजहां पुर जिले का है। जिले के निगोही थाना क्षेत्र में टिकरी चौकी के पास आरोपी रुपयों की ठगी करने के लिए कैप्टन की वर्दी पहनकर पहुंचा था। पूछताछ में पता चला की आरोपी मात्र 10वीं पास है। वह बरेली में सैना के आधिकारियों के पर खाना बनाने का काम करता है। वह मऊ खास निवासी का रहने वाला है, उसने अपना नाम रवि बताया है।
पीलीभीत के रहने वाले पीड़ित चन्दनपाल ने बताया उसके परिवार के सदस्य हत्या के मामले में जेल में बंद हैं। वह उनकी जमानत के लिए कर रहा था। इसी दौरान रवि से उसका संपर्क हुआ, उसने खुद को कैप्टन बताते हुए 50 हजार में जेल में बंद सदस्यों को छुड़वाने को कहा। इसके बाद रवि ने चन्दनपाल को फोन करके निगोही क्षेत्र के टिकरी चौकी के पास बुलाया। चन्दन ने उसको पीलीभीत में आने के लिए कहा तो उसने मना कर दिया, जिससे पीड़ित के मन शंका पैदा हो गई। उसके मना करने के बाद चंदनपाल टिकरी चौकी पहुंच गया, जब वह मौके पर आया तो उसके लहजे से चंदनपाल को शक हो गया। इसके बाद कुछ देर इंतजार करने को बोल कर उसने पुलिस बुला ली।
पकड़े जाने के बाद आरोपी रवि ने बताया कि वह चार भाइयों में सबसे छोटा है। बड़े भाई की मौत के बाद उसकी पत्नी से विवाह कर लिया। उसके पास जमीन नहीं है। गांव में सभी को सेना का अधिकारी बता कर महौल बनाता है। वहीं मामले को लेकर सीओ प्रयांक जैन ने बताया कि फर्जी आर्मी के कैप्टन को गिरफ्तार किया है। 50 हजार की ठगी करने की कोशिश कर रहा था। उसे पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है।