यूपी में धर्म परिवर्तन गिरोह। इमेज-एआई
UP Religious Conversion: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में पुलिस ने बड़े धर्मांतरण रैकेट का खुलासा किया है। मामला रोजा थाना क्षेत्र की कैलाशनगर कॉलोनी का है, जहां एक मकान में ईसाईयत में धर्मांतरण कराने के लिए गुप्त रूप से सभा आयोजित की जा रही थी। 21 दिसंबर को पुलिस ने मामले में महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
मकान में 200 लोग इकट्ठा थे, जिन्हें पैसों और शादी का लालच देकर बुलाया गया था। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं की शिकायत के बाद पुलिस ने छापा मारा। छापेमारी के दौरान वहां चंगाई सभा के नाम पर प्रार्थना सभा चल रही थी, जिसका उद्देश्य हिंदू धर्म के लोगों को ईसाई बनाना था। मामले से जुड़ी FIR में धर्मांतरण से जुड़े गंभीर आरोप दर्ज किए गए हैं। पुलिस अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों और इसके पीछे की पूरी साजिश की जांच में जुटी है। फिलहाल पता चला है कि इसके लिए विदेशों से फंडिंग हो रही है। गिरोह के प्रमुख तमिलनाडु से जुड़े हैं।
मामले में विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी अशनील सिंह की शिकायत पर FIR दर्ज की गई है। पुलिस ने FIR भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 131, 197, 352 और 351(3) के तहत दर्ज की है। उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम की धारा 3 और 5(1) भी लगाई गई हैं। FIR में एंजेल, विवेक, विपिन, मोनू और रमादेवी को आरोपी हैं। आरोप है कि ये सभी धर्म परिवर्तन कराने की गतिविधियों में शामिल थे। पुलिस मामले की जाच कर रही और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। अशनील सिंह ने शिकायत में बताया कि रविवार दोपहर 1 बजे वह मोहम्मदी रोड से गुजर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने रोजा थाना क्षेत्र की कैलाशनगर कॉलोनी में रमादेवी के घर पर भारी भीड़ देखी। शक होने पर जब वह वहां पहुंचे तो पाया कि रमादेवी के मकान में ईसाई प्रार्थना सभा चल रही थी।
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वहां मौजूद लोग हिंदू धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक बातें कर रहे थे। हिंदू देवी-देवताओं के बारे में अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे। अशनील ने इसे धार्मिक भावनाएं ठेस पहुंचाने वाला मामला बताया और इसकी शिकायत पुलिस से की। अशनील ने इस गतिविधि का विरोध किया तो एंजेल, विवेक, विपिन, मोनू और रमादेवी उन पर गाली-गलौज करने लगे और आक्रामक हो गए। आरोप है कि इन लोगों ने अशनील के साथ मारपीट करने की कोशिश की और उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी। किसी तरह अशनील जान बचाकर निकलने में सफल रहे और उन्होंने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस के मौके पर पहुंचते ही वहां मौजूद 150 महिलाएं वहां से भाग गईं। अशनील सिंह ने इस पूरी सभा का एक वीडियो भी पुलिस को सबूत के तौर पर सौंपा है।